
गुटखा और पान मसाला के विज्ञापन को लेकर फिल्मी हस्तियों पर कानूनी शिकंजा कसता नजर आ रहा है. राजस्थान के कोटा जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग ने बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान, अजय देवगन और टाइगर श्रॉफ के खिलाफ नोटिस जारी किया है. आयोग ने इन अभिनेताओं के साथ-साथ विमल पान मसाला के निर्माताओं को भी उपभोक्ता अदालत में तलब किया है.
यह मामला एडवोकेट और भाजपा नेता इंद्रमोहन सिंह हनी द्वारा दायर किया गया, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि ये फिल्मी सितारे विमल पान मसाला का प्रचार करके जनता को गुमराह कर रहे हैं. उन्होंने अपनी याचिका में कहा कि विज्ञापनों में "केसर" होने का दावा किया जाता है, लेकिन इसके समर्थन में कोई प्रमाण प्रस्तुत नहीं किया जाता. इसके अलावा, गुटखे के पैकेट पर लिखी गई चेतावनियाँ इतनी छोटे अक्षरों में होती हैं कि आम उपभोक्ता के लिए उन्हें पढ़ पाना मुश्किल होता है.
कैसे फंसे फिल्मी सितारे?
इंद्रमोहन सिंह हनी ने सीनियर एडवोकेट विवेक नंदवाना के माध्यम से उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम की धारा 89 के तहत यह मामला दर्ज कराया. उन्होंने अदालत से अपील की कि इन फिल्मी हस्तियों द्वारा विज्ञापित उत्पाद से युवा वर्ग भ्रमित हो रहा है. उनका तर्क है कि केसर की कीमत बाजार में लाखों रुपये किलो है, जबकि पान मसाला बेहद सस्ती दरों पर बेचा जाता है. ऐसे में केसर की मौजूदगी का दावा करने वाले विज्ञापन भ्रामक हैं.
अगली सुनवाई 21 अप्रैल को
जिला उपभोक्ता आयोग के अध्यक्ष अनुराग गौतम और सदस्य वीरेंद्र सिंह रावत ने मामले को गंभीरता से लेते हुए इन फिल्मी सितारों और पान मसाला निर्माताओं को नोटिस जारी कर दिया है. आयोग ने उन्हें आगामी 21 अप्रैल को कोर्ट में पेश होने के लिए कहा है.
गुटखा विज्ञापन को लेकर पहले भी उठे सवाल
यह पहली बार नहीं है जब बॉलीवुड सितारे गुटखा और पान मसाला के प्रचार को लेकर विवादों में आए हैं. इससे पहले भी कई सामाजिक कार्यकर्ताओं और स्वास्थ्य संगठनों ने फिल्मी सितारों द्वारा तंबाकू उत्पादों का विज्ञापन करने पर आपत्ति जताई थी. सरकार ने भी तंबाकू उत्पादों के प्रचार-प्रसार को लेकर कड़े नियम बनाए हैं, लेकिन मशहूर हस्तियों द्वारा ऐसे उत्पादों का समर्थन करने से युवा पीढ़ी पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है.
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
विवाद पर टिप्पणी करते हुए एडवोकेट इंद्रमोहन सिंह हनी ने कहा, "बॉलीवुड सितारे जनता के लिए एक रोल मॉडल होते हैं. अगर वे गुटखा और पान मसाला का विज्ञापन करेंगे, तो युवा पीढ़ी पर गलत असर पड़ेगा. इन सितारों को यह समझना चाहिए कि वे जिन उत्पादों का प्रचार कर रहे हैं, वे सेहत के लिए कितने हानिकारक हैं. हमारी लड़ाई केवल इस प्रचार को बंद कराने की नहीं है, बल्कि भ्रामक विज्ञापनों को रोकने की भी है."
बॉलीवुड से अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं
इस मामले को लेकर अब तक शाहरुख खान, अजय देवगन, टाइगर श्रॉफ या विमल पान मसाला कंपनी की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है. लेकिन यह देखना दिलचस्प होगा कि कोर्ट में इस मामले की सुनवाई के दौरान क्या तर्क दिए जाते हैं और बॉलीवुड सितारे इस नोटिस पर कैसे प्रतिक्रिया देते हैं.
(इनपुट-चेतन)