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Karnal: सुनील कुमार ने अन्नपूर्णा चोटी पर किया फतह, माउंट एवरेस्ट पर फहरा चुके हैं तिरंगा

हरियाणा के करनाल के रहने वाले सुनील कुमार ने नेपाल की अन्नपूर्णा चोटी पर फतह हासिल की है. इससे पहले भी सुनील कई पर्वतों की चोटियों पर चढ़ाई कर चुके हैं. अब उनका अगला लक्ष्य कंचनजंगा पर्वत है.

Mountaineer Sunil Kumar Mountaineer Sunil Kumar

हरियाणा के करनाल के रहने वाले सुनील कुमार ने हाल ही में नेपाल की अन्नपूर्णा चोटी पर फतह हासिल की है. सुनील कुमार इससे पहले माउंट एवरेस्ट समेत दुनिया की चार ऊंची चोटियों पर तिरंगा फहरा चुके हैं और अब उनका अगला लक्ष्य कंचनजंगा पर्वत की चोटी पर तिरंगा लहराने का है.

अन्नपूर्णा चोटी पर फतह-
सुनील कुमार ने नेपाल की अन्नपूर्णा चोटी पर फतह हासिल की है, जो दुनिया की दसवीं सबसे ऊंची चोटी है. सुनील ने बताया कि अन्नपूर्णा क्लाइंब करके आया हूँ, जो वर्ल्ड की 10वीं हाइएस्ट पीक है और बहुत ही टेक्निकल और दुर्गम चोटियों में से एक है. उन्होंने बताया कि इस चोटी की ऊंचाई 8091 मीटर है. उनके ग्रुप में नौ लोग थे, जिनमें से केवल चार लोग ही चोटी तक पहुँच पाए.

एवलांच का खतरा-
सुनील ने बताया कि अन्नपूर्णा चोटी पर एवलांच का खतरा हमेशा बना रहता है. कैंप टू से थ्री का रास्ता सबसे डेंजरस है, क्योंकि अन्नपूर्णा में एवलांच फ्रीक्वेंट्ली आते रहते हैं. हर 1 घंटे में आधे घंटे में आ जाते हैं, सबसे मुश्किल पार्ट वही है उसका.

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कंचनजंगा की तैयारी-
अब सुनील का अगला लक्ष्य कंचनजंगा पर्वत की चोटी पर तिरंगा लहराने का है. उन्होंने कहा कि मेरा कंचनजंगा पर ही फोकस है, क्योंकि कंचनजंगा मेरा ड्रीम पीक है. मैं कई साल से सोच रहा हूँ, कंचनजंगा करने का.

कई चोटियों पर कर चुके हैं फतह-
सुनील कुमार इससे पहले माउंट एवरेस्ट, माउंट लॉस और माउंट मनास्लू जैसी ऊंची चोटियों पर भी फतह हासिल कर चुके हैं. उन्होंने बताया कि मैं इससे पहले माउंट एवरेस्ट पर चढ़ चुका हूँ, जो वर्ल्ड हाईएस्ट पीक है. उसके बाद माउंट लॉस, जो वर्ल्ड की फोर्थ हाईएस्ट पीक है, वो मैंने बैक टू बैक की थी 22 घंटे में और फिर माउंट मनास्लू पर चढ़ाई की थी.

युवाओं को सलाह-
सुनील कुमार पर्वतों के शिखर पर पहुँचकर हजारों युवाओं के लिए प्रेरणा बन चुके हैं. उनका मानना है कि मानसिक और शारीरिक फिटनेस बेहद जरूरी है. उन्होंने कहा कि आजकल के युवा मोबाइल में लगे रहते हैं. फिजिकल, आउटडोर गेम्स बिलकुल खत्म हो चुका है और मेंटली हेल्थ भी अच्छी नहीं है. माउंटिंग यही सिखाती है कि हमें मेंटली और फिज़िकली फिट होना है.

सुनील कुमार पेशे से बैंक क्लर्क हैं. सुनील की सफलता की राह में भले ही कितनी भी रुकावटें आई हों, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी और लगातार अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते रहे.

(करनाल से कमलदीप की रिपोर्ट)

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