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Operation Aravali: अवैध खनन को रोकने के लिए नूंह पुलिस ने चलाया ऑपरेशन अरावली, ड्रोन से माफियाओं पर रखी जा रही है नजर

हरियाणा की नूंह पुलिस ने पहाड़ो से अवैध खनन को रोकने के लिए ऑपरेशन अरावली चलाया है. इस अभियान में अरावली पहाड़ी पर होने वाले अवैध खनन को रोकने के लिए ड्रोन से निगरानी की जा रही है. हरियाणा पुलिस के इस प्रयास की जमकर तारीख हो रही है.

अवैध खनन को रोकने के लिए नूंह पुलिस ने चलाया ऑपरेशन अरावली( Photo: सांकेतिक फोटो ) अवैध खनन को रोकने के लिए नूंह पुलिस ने चलाया ऑपरेशन अरावली( Photo: सांकेतिक फोटो )
हाइलाइट्स
  • अवैध खनन को रोकने के लिए नूंह पुलिस चला रही ऑपरेशन अरावली

  • ड्रोन से खनन माफियाओं पर रखी जा रही है नजर

Operation Aravali: हरियाणा के नूंह में अरावली के पहाड़ों पर अवैध खनन की घटनाए एक आम बात हो गई थीं. पिछले साल खनन माफियाओं ने डीएसपी सुरेंद्र सिंह की हत्या कर दी गई थीं जिसके बाद नूंह पुलिस के सामने अहम चुनौती थी कि अरावली में अवैध खनन को कैसे रोकना है. कईं बार जब पुलिस सूचना मिलने पर पहाड़ी पर जाती थीं तो माफिया वहां से पहले ही भाग जाते थे या सतर्क हो जाते थे. लेकिन अब नूंह पुलिस ने अवैध खनन को रोकने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल कर रही है. इससे पुलिस को पहाड़ी पर अपनी पैनी नज़र बनाए रखने में भी मदद हुई है. 

ऑपरेशन अरावली

एसपी नूह वरूण सिंगला ने गुड न्यूज़ टूडे से बात करते हुए बताया कि डीएसपी की हत्या के बाद नूंह में अवैध खनन को रोकने के लिए ड्रोन खरीदे गए, एक स्पेशल टीम बनाई गई. नूंह पुलिस के कांस्टेबल्स को ड्रोन चलाना भी सिखाया गया, ताकि पूरी अरावली की पहाड़ी में आसानी से ड्रोन के माध्यम से निगरानी की जा सके. नूंह पुलिस ने 1 जनवरी 2023 से ऑपरेशन अरावली लागू किया. नूह पुलिस की टीम 3 से 4 दिन में पूरी पहाड़ी की ड्रोन से निगरानी करती है और हाई रेजुलेशन पिक्चर्स के माध्यम से यह देख पाती है कि किस जगह पर खनन किया जा रहा है और तुरंत उस जगह पर अपनी टीम तैनात कर देती है ताकि आगे से वहां पर खनन ना हो सके. ये ड्रोन पहाड़ी की इतनी साफ तस्वीर दे पाते हैं कि पुलिस यहां से गुजरने वाले ट्रक के टायर के निशान भी आसानी से देख पाती है, इससे पहले नूंह पुलिस के लिए पूरी पहाड़ी की निगरानी करना बेहद मुश्किल था. जब तक नूह पुलिस के पास खनन की जानकारी पहुंचती थी तब तक अवैध खनन माफियां वहां से भाग जाया करते थे.

ड्रोन से पुरी अरवली पर रखी जा रही है नजर

पुलिस ने बताया कि ड्रोन के माध्यम से देखा जाता है कि कौन से इलाके में हरियाली है और कौन से इलाके में अभी-अभी खुदाई हुई है. अगर पुलिस को ड्रोन कैमरा में कहीं ट्रैक्टर के टायर के निशान दिखते हैं या अप्राकृतिक टूटे हुए पहाड़ दिखते हैं तो पुलिस अगले दिन से वहां अपनी टीम लगा देती है. इससे अवैध खनन को रोकने में पुलिस को काफी मदद मिली है.

अवैध खनन को रोकने के लिए गांव वाले कर रहे हैं पुलिस की सहायता

नूंह पुलिस अवैध खनन को तकनीक का इस्तेमाल करके तो रोक ही रही है, लेकिन पुलिस ने अरावली से जुड़े 29 गांव के लोगों से भी संपर्क साधा है. पुलिस ने लोगों को समझाया है और अपने नंबर गांव के सरपंच और चौकीदारों को दिए हैं. ताकि गांव वालों के पास अवैध खनन की कोई भी जानकारी हो, तो वह पुलिस को तुरंत बता सके. लोकल स्पोर्ट और ड्रोन की मदद से नूंह पुलिस पूरे इलाके में अवैध खनन को कम करने में सफल हो पाई है.

ड्रोन से अवैध खनन रोकने में मिली है मदद

नूह एसपी का कहना की पिछले छः महीनों में इस ऑपरेशन का ही नतीजा है की अब अरावली में नूंह के इलाको में अवैध खनन ना के बराबर हो गया है. अगर कोई गाड़ी ट्रक या जेसीबी खनन में पकड़ी जाती है तो पुलिस कोशिश करती है कि कोर्ट से इससे न छोड़ा जाए.  ताकि खनन माफियाओं पर आर्थिक नुकसान भी हो.