हिमाचल के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने एक बार फिर से सादगी की मिसाल कायम की है. सुबह जब मुख्यमंत्री मॉर्निंग वॉक पर निकले तो हिमाचल के सीएम सुखविंदर सुक्खू ने वहीं रेन शेल्टर में बैठीं कुछ नर्सरी टीचर्स से उन्होंने मुलाकात की. सीएम वहीं बैठकर उनकी समस्याएं सुनने लगे और समस्याओं के जल्द समाधान का भी आश्वासन दिया.
आसपास नहीं थी सुरक्षा
जिस समय मुख्यमंत्री ने उन नर्सरी टीचर्स की समस्याओं को सुना उस समय उनके साथ भारी सुरक्षा का कोई अमला नहीं था. स्कूलों में एनटीटी शिक्षकों के चार हजार पद भरे जाएंगे. इनकी भर्ती प्रक्रिया तीन वर्ष से विचाराधीन है. शिक्षकों के वेतन पर जो खर्च होगा वह केंद्र सरकार वहन करेगी. तीन वर्ष से यह बजट जारी हो रहा है, लेकिन भर्ती न होने के कारण लैप्स हो जाता है. पूर्व जयराम सरकार ने चुनाव से ठीक पहले भर्ती के लिए नीति बनाई थी, भर्ती प्रक्रिया शुरू होने से पहले आचार संहिता लग गई, जिसके कारण इसे सिरे नहीं चढ़ाया जा सका. अब सुक्खू सरकार नए सिरे से इस दिशा में काम करेगी. प्री प्राइमरी कक्षाओं के लिए नर्सरी टीचर ट्रेनिंग (एनटीटी) शिक्षकों की भर्ती होगी.
Helicopter दिया था मरीज के लिए कुछ दिन पहले
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बर्फबारी में फंसे एक मरीज के लिए अपना हेलीकॉप्टर दिया था और उस समय हिमाचल के सीएम चंबा जिले में थे. उसी दौरान उन्होंने देखा कि बर्फबारी की वजह से रास्ता बंद है और एक एंबुलेंस मरीज को लेकर बर्फबारी में फंसी हुई है. इसी के बाद उन्होंने मरीज को ले जाने के लिए अपना हेलीकॉप्टर दे दिया.
पहले दिन विधानसभा में ऑल्टो में आए
इस बार जैसे ही हिमाचल का विधानसभा सत्र शुरू हुआ तो मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू है एक बार फिर अपनी सादगी का परिचय देते हुए अपनी पुरानी अल्टो गाड़ी में मुख्यमंत्री आवास से लेकर विधानसभा का रास्ता तय किया था.