मुंबई समेत पूरे महाराष्ट्र में गणेश चतुर्थी की तैयारियां शूरू हो गयी हैं. इस साल 31 अगस्त को बप्पा का आगमन होगा. ऐसे में, दो साल बाद बड़ी ही धूमधाम से गणेश चतुर्थी को मनाया जाएगा. वहीं, मुंबई में अलग-अलग गणेश मंडल की इस साल भव्य तैयारियां है और अलग-अलग तरीकों से सजावट की जा रही हैं. मुंबई में ऐसे कितने ही गणेश मंडल है जो सालों से गणेश जी की मुर्ति की स्थापना कर रहे हैं.
मुंबई में इस साल गणेश चतुर्थी पर लोगों में काफ़ी उत्साह है. इस बार यह पर्व बिना किसी पाबंदी के मनाया जाएगा. ऐसे में मुंबई एक ऐसा मंडल है जो गणपति स्थापना पिछले 100 साल से कर रहे हैं. वहीं, इस मंडल की सबसे ख़ास बात यह है कि जब यहां पर बप्पा का आगमन होने वाला होता है तब हिंदू धर्म के साथ साथ मुस्लिम समाज के लोग भी हिस्सा लेते है. मुंबई के वरली इलाक़े में पिछले 100 साल से गणेश चतुर्थी का पर्व श्री गणेश सेवा मंडल द्वारा मनाया जा रहा है.
मुस्लिम लोग खींचते हैं बप्पा का रथ
गणेश चतुर्थी का त्योहार यहां पर धर्मों से ऊपर उठकर मनाया जाता है. वरली इलाक़े के बप्पा का स्वागत बड़े ही अलग तरीक़े से और धूम धाम से किया जाता है. शाम की नमाज़ के बाद मुस्लिम समाज के लोग श्री गणेश सेवा मंडल के गणपति बप्पा का रथ खिंच कर उनके मंडप तक ले जाते हैं.
यह यात्रा पिछले 100 सालों की जा रही है. यहां एक तरफ़ हिंदू- मुस्लिम का प्यार और भाई चारा देखा जाता है तो वहीं दूसरी तरफ़, बप्पा के प्रति श्रद्धा देखी जाती है.
इस साल भी वरली के इलाक़े में कुछ ऐसी ही भाईचारे की तस्वीर देखने को मिली. जहां मुस्लिम समाज के लोगों ने गणेश जी का स्वागत किया गया और मुस्लिम और हिंदू भाइयों द्वारा रथ खिंच कर बप्पा को अपने मंडप तक ले ज़ाया गया और गणेश चतुर्थी की शुरुआत धूमधाम से किया गया.