पसंद हैं चटपटी चटनी तो घर में लगाएं 'चटनी गार्डन,' आपकी रसोई में मिलेंगे बीज
रोटी के साथ अगर चटपटी-सी चटनी मिल जाए तो आपको सब्जी की भी जरूरत महसूस नहीं होती है. और सबसे अच्छी बात है कि पुदीना, हरी मिर्च और हरे धनिया से बनी इस चटनी से आपको अच्छा पोषण भी मिलता है. क्योंकि पुदीना और धनिया में बहुत से माइक्रोनुट्रिएंट्स होते हैं. और सबसे बेस्ट है कि आप पौष्टिक चटनी बनाने के लिए अपनी छत या बालकनी में खुद का चटनी गार्डन तैयार कर लें.
रोटी के साथ अगर चटपटी-सी चटनी मिल जाए तो आपको सब्जी की भी जरूरत महसूस नहीं होती है. और सबसे अच्छी बात है कि पुदीना, हरी मिर्च और हरे धनिया से बनी इस चटनी से आपको अच्छा पोषण भी मिलता है. क्योंकि पुदीना और धनिया में बहुत से माइक्रोनुट्रिएंट्स होते हैं.
खैर चटनी बनाना कोई मुश्किल काम नहीं है. मुश्किल है तो बस हर रोज ताजा धनिया, पुदीना और हरी मिर्च का मिलना. क्योंकि बाजार से खरीदे गए पुदीना और धनिया बहुत जल्दी खराब होने लगते हैं. इसलिए सबसे बेस्ट है कि आप अपनी छत या बालकनी में खुद का चटनी गार्डन तैयार कर लें.
क्या है चटनी गार्डन:
चटनी गार्डन से मतलब है कि ऐसे पौधे लगाना जिनसे आप चटनी बना सकें. जैसे आप सबसे बेसिक चटनी मतलब कि पुदीने की चटनी बनाने के लिए जिन चीजों का इस्तेमाल करते हैं, उन्हें अपने घर में ही लगा लें. बस हो जायेगा आपका चटनी गार्डन तैयार.
पुदीना, हरी मिर्च और हरा धनिया- इन तीन चीजों से आप एकदम मजेदार चटनी बना सकते हैं. इसलिए शुरुआत इन्हीं से करें क्योंकि इन्हें लगाना भी आसान है. और इन तीनों चीजों को लगाने के लिए आपको बीज या पौध भी आपकी रसोई में ही मिल जाएगी.
पुदीना: पुदीना को आप बाजार से लाये हुए पुदीने से ही लगा सकते हैं. आप पुदीना को मिट्टी और पानी दोनों में लगा सकते हैं. हालांकि मिट्टी में लगाने से पुदीना लंबे समय तक चलता है.
हरी मिर्च: हरी मिर्च लगाने के लिए अपनी रसोई में तड़के के लिए इस्तेमाल होने वाली सूखी लाल मिर्च के बीजों को बो सकते हैं.
हरा धनिया: सूखा और साबुत धनिया भी लगभग सभी की रसोई में मिल जाता है. आप धनिए के बीजों को हथेली पर हल्का-सा क्रश करके गमले में लगा दें.
इस तरह लगाएं:
सबसे पहले आप तीनों चीजों को लगाने के लिए ऐसी जगह चुनें जहां दिन के समय अच्छी धूप आती हो. आपकी छत या बालकनी में आप तीन गमलों या किसी बड़े कंटेनर में तीन क्यारियां बना सकते हैं. जगह और प्लांटर तय करने के बाद मिट्टी तैयार करें.
इसके लिए आप सामान्य बगीचे की मिट्टी में गोबर की खाद और रेत मिला लें. रेत नहीं हो तो आप कोकोपीट मिला सकते हैं. लेकिन रेत या कोकोपीट की मात्रा मिट्टी और खाद की मात्रा से कम रखनी है.
अब गमलों या कंटेनर में मिट्टी भर लें और तीनों चीजों को अलग-अलग लगा दें. मिर्च और धनिया के बीजों को डालने के बाद ऊपर से हल्की मिट्टी डालें और स्प्रिंकल करके पानी दें.
इसके अलावा पुदीना लगाने के लिए आप इसके ऊपर के 3-4 पत्तों को छोड़कर नीचे के सारे पत्ते निकालकर मिट्टी में बो दें. ध्यान रहे कि नीचे की तरफ जिस जगह से पत्ते निकल रहे थे वह हिस्सा मिट्टी में दबे क्योंकि वहीं से बाद में जड़ निकलती है.
बात अगर इनकी देखभाल की करें तो आप सभी पौधों को जरूरत के हिसाब से पानी दें. बहुत ज्यादा पानी भी नहीं देना चाहिए क्योंकि इससे पौधे गलने लगते हैं. इसके अलावा जब बीज अंकुरित करके पौधे बन जाएं और ये बढ़ने लगे तब आप लिक्विड फ़र्टिलाइज़र दे सकते हैं.
जैसे केले के छिलकों को पानी में भिगोकर बनाना पील टी बना लें और इसे पानी में मिलाकर पौधों को दें. इनके अलावा आप चाहें तो टमाटर भी लगा सकते हैं. टमाटर लगाने के लिए आप रसोई में रखे किसी एक टमाटर को ज्यादा-सा पकने दें और फिर इसके बीज निकाल कर गमलों में लगा दें.