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Mahakumbh 2025: संतों के लिए प्रशासन कर रहा विशेष प्रबंध, युवा पीढ़ी को किया जाएगा सनातन के प्रति जागरूक.. पैदा किए जा रहे रोजगार के अवसर

अध्यात्म, संस्कृति और परंपरा के मेले का आगाज होने वाला है. इस कड़ी में बात संगम नगरी प्रयागराज में महाकुंभ से जुड़ी तैयारियों को तेजी से निपटाया जा रहा है. स्वच्छ सुरक्षित डिजिटल कुंभ में रेल, बस, नाव, उड़ानों सबकी विशेष तैयारी है. वहीं ये महाकुंभ रोजगार उत्पादन करने में भी अहम साबित हो रहा है.

महाकुंभ की महातैयारी जोरो से जारी है. तस्वीरें साफ बताती हैं कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रशासन ने कोई कोर कसर बाकी नहीं रख रही है. एक तरफ महाकुंभ के लिए बसों का एक भारी भरकम बेड़ा तैनात किया जा रहा है. इन बसों की मरम्मत और रंग-रोगन का काम बहुत तेजी से चल रहा है. तो वहीं दूसरी ओर महाकुंभ के लिए इन दिनों निषाद समुदाय की बस्ती में युद्धस्तर पर नावों को बनाने का काम चल रहा है, जिससे बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मिला है.

महाकुंभ में नाविकों को मिलेगा बीमा 
इन नावों के निर्माण के बाद मेला प्रशासन इनका बोट टेस्ट लेगा. जिसके बाद नाविक को लाइसेंस जारी किया जाएगा. नाविकों को लाइफ सेविंग जैकेट दी जा रही है. साथ ही 2 लाख रुपये का बीमा कवर भी दिया जा रहा है.

युवा पीढ़ी होगी सनातन संस्कृति से रूबरू
महाकुंभ के लिए संगम नगरी प्रयागराज को सजाया जा रहा है. कोने-कोने को निखारा जा रहा है. कहीं दीवारों पर खूबसूरत पेंटिंग्स हैं. और कहीं पेड़ों पर रंगों की जादूगरी है. ये सजावट खास है क्योंकि पेड़ों के तनों को ना सिर्फ अलग-अलग रंगों से रंगा जा रहा है. बल्कि, फूल-पत्ती और सनातन धर्म के प्रतीकों जैसे स्वास्तिक, त्रिशूल, डमरु, त्रिपुंड को भी उकेरा जा रहा है. ताकि, महाकुंभ के दौरान प्रयागराज आने वाली युवा पीढ़ी को सनातन संस्कृति से रूबरू करवाया जा सके.

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प्रयाग का भी हो रहा कायाकल्प
पेड़ों के रंग-रोगन का ये काम इन दिनों बहुत तेजी से चल रहा है. साथ ही शहर के प्रमुख चौक-चौराहों का भी कायाकल्प किया जा रहा है. क्योंकि, महाकुंभ के शुरू होने में अब ज्यादा वक्त बचा नहीं है. हालांकि, महाकुंभ शुरू होने से पहले ही प्रयागराज पहुंच रहे लोगों को शहर की ये खूबसूरती मंत्रमुग्ध कर रही है.

कण-कण में बसे हैं राम
महाकुंभ के लिए तैयार हो रही संगम नगरी की छटा देखते ही बन रही है. जब श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचेंगे तो रेलवे स्टेशन से ही उन्हें इसकी दिव्यता के दर्शन शुरू हो जाएंगे. पूजा-पाठ से लेकर खान-पान तक के मनमोहक दृश्य यहां दिख रहे हैं. विशेष बात ये है कि यहां खान-पान की जो व्यवस्था है वो सब राममय है. जल से लेकर व्यंजन तक सब कुछ में राम बसे हुए हैं.