संभल हिंसा के बाद चारों ओर इसी मामले पर बात हो रही है. यह खबर काफी सुर्खियों में चल रही है. इसको लेकर विवाद इतना बढ़ चुका है कि सियासी गलिया भी इससे अछूता नहीं रहा. लेकिन हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया है जहां केवल इस मामले पर बात करने भर से ही एक परिवार बिखर गया.
क्यों बिखरा परिवार
मुरादाबाद में एक महिला संभल की हिंसा का वीडियो देख रही थी. इस दौरान उसने पुलिस प्रशासन का सर्मथ कर दिया, जिसके कारण उसका पति आग बबूला हो उठा. उसके पति ने उससे फौरन वीडियो को बंद करने को कहा लेकिन महिला ने मना कर दिया. जिसके दोनों में बहस हुई और पति ने उसे 'काफिर' कहते हुए तीन तलाक दे दिया. युवक की पहचान एजाजुल के तौर पर हुई है.
क्या बोली महिला
महिला, जिसकी पहचान निदा के तौर पर हुई है उसका कहना है उसके पति ने उसे बिना वजह के तलाक दिया है. इसके बाद महिला ने युवक के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कर दी है, क्योंकि तीन तलाक पर अब प्रतिबंध लगाया जा चुका है.
सुप्रीम कोर्ट ने 2017 में तीन तलाक देने की प्रथा को गैरकानूनी और गैरसंविधानिक बताया था. जिसके बाद भाजपा ने इसके खिलाफ 2019 में बिल पास करवा लिया था.
क्या है पूरा मामला
अपने पति की शिकायत करते हुए महिला ने बताया कि वह संभल के हालातों पर वीडियो देख रही थी क्योंकि उसे जल्द ही संभल में किसी निजी काम से जाना था. इसलिए वह यह देख रही थी कि क्या अभी वहां जाना सुरक्षित है या नहीं.
महिला ने बताया कि इसी दौरान उसका पति वहां आया और उसने महिला को वीडियो देखने हुए पाया. साथ ही पूछा कि वह वीडियो क्यों देख रही है. जिसके जवाब में महिला ने कहा कि सबके पास अपना हक है और जो हुआ उसमें जो गलत है वह गलत है. हर किसी को अपनी रक्षा करने का हक है.
इसके बाद पति ने उसे वीडियो रोकने को कहा लेकिन उसने साफ इंकार कर दिया. जिससे पति को और गुस्सा आ गया और उसने आपे से बाहर होकर महिला से कहा कि तुम पुलिस को सपोर्ट कर रही हो, तुम काफिर हो, मुसलमान नहीं और तलाक दे दिया.
इसी के साथ दोनों की 3 साल की शादी खत्म हो गई. जिसके बाद वह उसके साथ बदसलूकी भी करने लगा. आखिर में महिला ने तंग आकर पुलिस में युवक के खिलाफ शिकायत दर्ज कर दी. जिस बात की पुष्टि मुरादाबाद के सुपरिटेंडेंट रणविजय सिंह ने की.