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भारतीय वायु सेना ने युद्ध के मैदान में उतारा अपना सबसे बड़ा योद्धा, जानिए क्या है एयरक्राफ्ट C-17 ग्लोबमास्टर की खासियत

बताया जा रहा है कि बुधवार सबह 4 बजे भारतीय वायु सेना का सबसे बड़ा योद्धा कहा जाने वाला एयरक्राफ्ट ‘बोइंग C-17 ग्लोबमास्टर’ दिल्ली से रोमानिया के लिए उड़ान भर चुका है. इस एयरक्राफ्ट में भारत की तरफ से यूक्रेन के लिए मानवीय सहायता जैसे खाना, दवाइयां आदि भेजी गई हैं. और रोमानिया से यह एयरक्राफ्ट भारतीय छात्रों को वतन लेकर लौटेगा.

Boeing C-17 Globemaster Boeing C-17 Globemaster
हाइलाइट्स
  • 'ऑपरेशन गंगा' में शामिल हुई भारतीय वायु सेना

  • युद्ध के मैदान में उतारा भारत का सबसे बड़ा 'योद्धा' C-17 ग्लोबमास्टर

रूस और यूक्रेन के बीच पिछले सात दिनों से लगातार युद्ध जारी है. इस बीच यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वतन वापस लाने के लिए भारत सरकार ने अपने अभियान को तेज किया है. इस अभियान को और मजबूत बनाने के लिए सरकार ने भारतीय वायु सेना को ‘ऑपरेशन गंगा’ में शामिल किया है. 

बताया जा रहा है कि बुधवार सबह 4 बजे भारतीय वायु सेना का सबसे बड़ा योद्धा कहा जाने वाला एयरक्राफ्ट ‘बोइंग C-17 ग्लोबमास्टर’ दिल्ली से रोमानिया के लिए उड़ान भर चुका है. इस एयरक्राफ्ट में भारत की तरफ से यूक्रेन के लिए मानवीय सहायता जैसे खाना, दवाइयां आदि भेजी गई हैं. और रोमानिया से यह एयरक्राफ्ट भारतीय छात्रों को वतन लेकर लौटेगा.

भारतीय वायु सेना के इस रेस्क्यू मिशन में शामिल होने से बहुत से लोगों को राहत मिली है. खासकर इस बात से कि वायु सेना ने C-17 ग्लोबमास्टर को बचाव अभियान में उतारा है. आखिर ऐसी क्या खासियत है बोइंग C-17 ग्लोबमास्टर में, जो इसे भारतीय वायु सेना का ‘योद्धा’ कहा जाता है. 

युद्ध के मैदान में भारत का ‘योद्धा’:

भारतीय वायु सेना ने यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को एयरलिफ्ट करने के लिए C-17 ग्लोबमास्टर को रेस्क्यू मिशन में उतारा है. यह वायु सेना का बड़ा मिलिट्री ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट है. यह विश्व के सबसे बड़े मालवाहक जहाजों में से एक है. 

बताया जा रहा है कि यह एयरक्राफ्ट कारगिल, लद्दाख और अन्य उत्तरी व पूर्वी सीमाओं जैसी कठिन जगहों पर आसानी से उतर सकता है. इसमें चार इंजन लगे हुए हैं. लैंडिंग में परेशानी से बचने के लिए इसमें रिवर्स गियर भी दिया गया है.

साथ ही, इस C-17 एयरक्राफ्ट का बाहरी ढांचा इतना मजबूत है कि इस पर राइफल और छोटे हथियारों की फायरिंग का कोई असर नहीं होता है. 

क्या हैं इसकी खासियत: 

  • बात अगर इस विमान की लंबाई की करें तो यह 174 फीट लंबा, 170 फीट चौड़ा और 55 फीट ऊंचा है.
  • यह एयरक्राफ्ट एक बार में 500 से 700 लोगों को एयरलिफ्ट कर सकता है. 
  • साथ ही, इसमें तीन हेलीकॉप्टर और दो ट्रकों को एयरलिफ्ट करने की भी ताकत है. 

पहले भी रेस्क्यू मिशन में दिया है देश का साथ: 

अपनी इन सब खूबियों के कारण किसी भी रेस्क्यू मिशन के लिए यह एयरक्राफ्ट एकदम परफेक्ट माना जाता है. खासकर कि ऐसे हालातों में जब आपको एक बार ज्यादा से ज्यादा लोगों को बचाकर अपने देश पहुंचाना है. पहले भी C-17 ग्लोबमास्टर को अलग-अलग मौकों पर इस्तेमाल में लिया जा चुका है. 

  • बताया जा रहा है कि अप्रैल-2021 में कोरोनाकाल में जब देश ऑक्सीजन की भारी कमीसे जूझ रहा था तब C-17 ग्लोबमास्टर एयरक्राफ्ट ने ऑक्सीजन के टैंकरों को एक से दूसरी जगह पहुंचाया था. 
  • अगस्त 2021 में तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा किया। सी--17 ग्लोबमास्टर विमानों से करीब 600 भारतीयों को काबुल से सुरक्षित एयरलिफ्ट किया गया.
  • अक्टूबर 2020 में भारत-चीन के बीच हुई मुठभेड के दौरान भारतीय वायुसेना ने अपने सैनिकों के लिए रसद सामग्री इसी विमान के जरिए चीन के बॉर्डर पर भेजी थीं. 
  • अमेरिका मने भी 2013 में फिलीपींस में आए तूफान से इस एयरक्राफ्ट का इस्तेमाल करके 670 लोगों को एक बार में ही एयरलिफ्ट किया था. 
  • 8 साल पहले बिहार में बाढ़ के दौरान दिल्ली से डॉक्टरों की टीम को इसी एयरक्राफ्ट के जरिए बिहार पहुंचाया गया था. उस समय इसी विमान को अस्पताल का रूप दे दिया गया था. 

उम्मीद है वायु सेना का यह योद्धा एक बारे फिर विजयी होकर लौटेगा और युद्द में फंसे भारतीय छात्र जल्द अपने वतन में अपनों के साथ होंगे.