भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक, उत्तर भारत में शीत लहर की स्थिति 17 जनवरी तक जारी रहेगी और 18 जनवरी के बाद ही कम होना शुरू होगी. पूरे उत्तर भारत के बेल्ट में रविवार से भीषण शीतलहर जारी है और इस कारण कई इलाकों में ठंड का प्रकोप है. राजस्थान में तापमान फ्रीजिंग पॉइंट से नीचे दर्ज किया गया.
राजस्थान के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान 3 से 5 डिग्री सेल्सियस के दायरे में चला गया. आईएमडी ने कहा कि जब तक पश्चिमी विक्षोभ कुछ राहत नहीं देता, शीत लहर की स्थिति और भी बदतर होने वाली है.
इन क्षेत्रों में माइनस में है तापमान
राजस्थान के सीकर जिले के फतेहपुर में तापमान माइनस 4.7 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जो उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में सबसे कम न्यूनतम तापमान है. वहीं, थार रेगिस्तान के पास स्थित चुरू में सीजन का सबसे कम न्यूनतम तापमान माइनस 2.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया.
पंजाब का फरीदकोट माइनस एक डिग्री सेल्सियस नीचे रहा. पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान 3 से 5 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया. दिल्ली के सफदरजंग में पारा 4.7 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया.
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पश्चिमी विक्षोभ से बदलेगी स्थिति
आईएमडी का कहना है कि दो पश्चिमी विक्षोभ का 18 जनवरी और 20 जनवरी को उत्तर पश्चिम भारत को प्रभावित करने की संभावना है. आईएमडी के अनुसार, 19 जनवरी, 2023 से उत्तर पश्चिम भारत में शीत लहर की स्थिति समाप्त हो जाएगी.
हालांकि, आईएमडी के अनुसार, 18-20 जनवरी के दौरान जम्मू-कश्मीर-लद्दाख-गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में मध्यम बारिश या बर्फबारी होने की संभावना है.