राजधानी दिल्ली और उसके आस-पास के इलाकों को इन दिनों शीत लहर का सामना करना पड़ रहा है. दिल्ली में ठंड काफी ज्यादा बढ़ गई है. इस सर्दी में पहली बार तापमान चार डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया है. मौसम विभाग (IMD)ने बताया कि दिल्ली के बेस स्टेशन सफदरजंग में रविवार की सुबह 4.6 डिग्री तापमान दर्ज किया गया, जबकि जाफरपुर में यह 3.3 डिग्री और लोधी रोड पर 3.6 डिग्री तक गिर गया था.
ठंड के बढ़ते प्रकोप के कारण मौसम विभाग ने रविवार और सोमवार दोनों दिन दिल्ली में येलो अलर्ट जारी किया है. आईएमडी में मौसम विज्ञान महानिदेशक आरके जेनामणि ने बताया कि 24 या 25 दिसंबर को बूंदाबांदी भी हो सकती है.
येलो अलर्ट का क्या मतलब है?
आईएमडी के पास एक विशेष स्थान पर मौसम को दर्शाने वाली कई कलर-कोडेड चेतावनियां होती हैं. कुछ दिनों तक किसी विशेष क्षेत्र के मौसम पूर्वानुमान डेटा के विश्लेषण के बाद यह चेतावनी जारी की जाती है.
येलो वेदर की चेतावनी गंभीर रूप से खराब मौसम का संकेत देती है. इस चेतावनी से यह भी पता चलता है कि मौसम और भी खराब हो सकता है और अत्यधिक ठंड के कारण दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों में दिक्कत भी हो सकती है. यह एक क्षेत्र के लोगों को सतर्क रहने के लिए कहता है. ये अलर्ट यूनिवर्सल स्वभाव के होते हैं और बाढ़ या भारी वर्षा के दौरान भी जारी किए जाते हैं.
आईएमडी ने उत्तराखंड के लिए भी 18-21 दिसंबर के लिए येलो अलर्ट जारी किया है. राज्य के कई स्थान जैसे रानीचौरी, मुक्तेश्वर, मसूरी, पिथौरागढ़ और नई टिहरी में पारा सब-जीरो या लगभग जमने योग्य दर्ज किया गया है.
दिल्ली में शीतलहर
आईएमडी ने कहा कि तेज, शुष्क उत्तर पश्चिमी ठंडी हवा के कारण पिछले दो दिनों से राष्ट्रीय राजधानी में शीत लहर की स्थिति बनी हुई है. मौसम विभाग ने कहा कि 21 दिसंबर से थोड़ें समय के लिए मौसम में सुधार हो सकता है.
दिल्ली में सोमवार को दिन का तापमान 19 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है क्योंकि हवा की गति गिर रही है. पूर्वानुमान के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में रात का तापमान 4 डिग्री के आसपास रहने की संभावना है.
शीत लहर कब घोषित की जाती है?
अधिकतम तापमान सामान्य से 4.5 डिग्री कम रहने पर मौसम विभाग कोल्ड डे घोषित कर देता है और यदि दिन का न्यूनतम तापमान सामान्य से 4.5 डिग्री या 4 डिग्री से नीचे होता है, तो शीत लहर की घोषणा की जाती है.
पूरे उत्तर भारत में शीत लहर का प्रकोप
उत्तर पश्चिम भारत के कई हिस्सों में तापमान शून्य से नीचे दर्ज किया गया. राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में दिन का तापमान सामान्य से कई डिग्री कम रहा. पूर्वी राजस्थान के सीकर में शून्य से 2.5 डिग्री कम तापमान दर्ज किया गया, जोकि सामान्य से 8.5 डिग्री कम है. वहीं रेगिस्तानी राज्य के पश्चिमी हिस्से, चुरू में तापमान शून्य से 2.6 डिग्री नीचे दर्ज किया गया, जो सामान्य से 8.4 डिग्री कम है. पंजाब के अमृतसर में माइनस 0.5 डिग्री, सामान्य से 4.3 डिग्री कम और अधिकतम 15.5 डिग्री, सामान्य से 5 डिग्री कम तापमान दर्ज किया गया. जबकि बठिंडा में सामान्य से 0.1 डिग्री, 3.5 डिग्री और अधिकतम 17.6 डिग्री, सामान्य से 4 डिग्री कम तापमान दर्ज किया गया.