भारत का विमानन उद्योग (Aviation Industry) दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा घरेलू विमानन बाजार (domestic aviation market) बन गया है. केंद्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी. इसके साथ केंद्रीय मंत्री ने बताया कि अगले 5-7 सालों में देश में 220 एयरपोर्ट बनाये जायेंगे. केंद्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा पिछले 7 वर्षों में, 62 हवाई अड्डों को जोड़कर इनकी कुल संख्या दोगुनी हो गयी है. देश में 136 एयरपोर्ट हो गए हैं. पहले देश में केवल 74 हवाई अड्डे थे. अगले 5-7 वर्षों में लगभग 220 हवाई अड्डों की उम्मीद है.
सिविल एविएशन मंत्रालय द्वारा जारी प्रेस रिलीज के अनुसार, केंद्रीय मंत्री ने विंग्स इंडिया (Wings India), 2022 कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए इसकी जानकारी दी है. आपको बता दें, विंग्स इंडिया एशिया का सबसे बड़ा सिविल एविएशन कार्यक्रम है.
देश के आर्थिक विकास में देता है योगदान
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारतीय नागरिक उड्डयन उद्योग देश के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान देता है और पिछले कुछ वर्षों में इसमें काफी विकास देखा गया है. यह दुनिया भर से लोगों को भारत में व्यापार और पर्यटन के अवसरों की खोज करने के लिए ला रहा है.
मंत्री ने आगे कहा कि भारतीय विमानन उद्योग ने दुनिया के सबसे आकर्षक विमानन बाजारों में से एक बनने के लिए कई चुनौतियों का सामना किया है. उन्होंने कहा, "भारत आज संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन के बाद तीसरे सबसे बड़े घरेलू यातायात (Domestic traffic) वाला देश है.”
कोविड-19 का किया डटकर मुकाबला
केंद्रीय मंत्री ने कहा इंडस्ट्री ने कोविड-19 महामारी का मुकाबला डटकर किया. उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष-2022 की पहली दो तिमाहियों के दौरान देश के हवाई अड्डों द्वारा संभाला गया कुल माल ढुलाई पूर्व-महामारी स्तर के 80 प्रतिशत (अप्रैल-सितंबर, वित्त वर्ष 22 के दौरान 15.36 लाख मीट्रिक टन) से ज्यादा हो गया है.
उन्होंने कहा "नागरिक उड्डयन के लाभों को आम लोगों तक पहुंचाने और सस्ती हवाई कनेक्टिविटी देने के लिए, सरकार द्वारा 21 अक्टूबर 2016 को क्षेत्रीय कनेक्टिविटी योजना (RCS) - उड़ान (UDAAN) की घोषणा की थी. अब तक, 387 मार्गों को जोड़ा गया है. आरसीएस-उड़ान योजना के तहत 6 हेलीपोर्ट और 2 वाटर एयरोड्रोम सहित 62 हवाई अड्डों को चालू कर दिया गया है.”
ये भी पढ़ें