प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोवा में इंडिया एनर्जी वीक 2024 का उद्घाटन किया. यह कार्यक्रम 4 दिन तक चलेगा. इस कार्यक्रम का मकसद ऊर्जा जरूरतों में आत्मनिर्भरता हासिल करना है. इस दौरान पीएम मोदी दुनिया की लीडिंग तेल और गैस कंपनियों के सीईओ और एक्सपर्ट्स के साथ चर्चा करेंगे. इस कार्यक्रम में 17 देशों के ऊर्जा मंत्री शामिल होंगे.
इंडिया एनर्जी वीक का उद्घाटन-
पीएम नरेंद्र मोदी ने इंडिया एनर्जी वीक 2024 की शुरुआत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ऊर्जा उपभोक्ता देश है. हमारे लिए यह खुशी की बात है कि इंडिया एनर्जी वीक का आयोजन हमेशा एनर्जी से भरे रहने वाले गोवा में हो रहा है. उन्होंने कहा कि भारत में घरेलू गैस का उत्पादन तेजी से बढ़ रहा है. हम प्राइमरी एनर्जी मिक्स में नेचुरल गैस की हिस्सेदारी 6 फीसदी से बढ़ाकर 15 फीसदी तक करने का प्रयास कर रहे हैं.
क्या है इंडिया एनर्जी वीक-
इंडिया एनर्जी वीक देश में ऊर्ज क्षेत्र का एक प्रमुख कार्यक्रम है. यह उद्योग विशेषज्ञों, नीति निर्माताओं, शिक्षाविदों और उद्ममियों के बीच सार्थक चर्चा और सहभागिता को बढ़ावा देने का काम करता है. इसका उद्देश्य भारत को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना है. इसके साथ ही साझेदारी और नई चीजों को बढ़ावा देना भी है. इसका मकसद इस क्षेत्र में काम कर रहे स्टार्टअप को प्रोत्साहन देना है. इसके साथ ही उनको एनर्जी वेल्यू चेन में लाना है.
17 देशों के ऊर्जा मंत्री होंगे शामिल-
इंडिया एनर्जी वीक 6 फरवरी से 9 फरवरी के बीच 4 दिनों तक चलेगा. इस कार्यक्रम में 17 देशों के ऊर्जा मंत्री भी शामिल होंगे. इसके साथ ही ऊर्जा क्षेत्र से जुड़े 35 हजार से ज्यादा लोग इसमें शिरकत करेंगे. इस कार्यक्रम में 900 से ज्यादा लोग अपनी प्रदर्शनी लगाएंगे. इसमें मेक इन इंडिया का पवेलियन बनाया गया है. इसके अलावा इसमें रूस, ब्रिटेन, अमेरिका, जर्मनी, नीदरलैंड और कनाडा के भी पवेलियन बनाए गए हैं.
साल 2023 में पहली बार हुआ था आयोजन-
इंडिया एनर्जी वीक का पहली बार आयोजन फरवरी 2023 में बेंगलुरु में हुआ था. इस कार्यक्रम में 30 से ज्यादा देशों के ऊर्जा मंत्री, 50 सीईओ और 10 हजार से ज्यादा प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया था. पिछले साल 6 फरवरी को पीएम नरेंद्र मोदी ने ही इसका उद्घाटन किया था. उसमें पीएम मोदी ने 11 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में 84 रिटेल आउटलेट्स पर ई20 ईधन लॉन्च किया था. ई20 ईधन में पेट्रोल के साथ 20 फीसदी इथेॉनल का मिश्रण होता है. सरकार का लक्ष्य साल 2025 तक इथेनॉल के 20 फीसदी मिश्रण को पूरी तरह से हासिल करना है.
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