सोमवार को तुर्की में एक के बाद एक, तीन भूकंप आए और इसकी वजह से देश में तबाही मच गई है. बताया जा रहा है कि अब तक 3000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. फिलहाल, तुर्की में रेस्क्यू अभियान जारी है. पीएम मोदी ने तुर्की में आई इस प्राकृतिक आपदा पर अफसोस जताया और अपने दोस्त देश की मदद का वादा किया.
भारत ने भेजी मदद
प्रधान मंत्री कार्यालय की घोषणा के घंटों बाद, भारत ने भारतीय वायु सेना के विमान में तुर्की को भूकंप राहत सामग्री का पहला बैच भेजा है. शिपमेंट में एक विशेषज्ञ राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल खोज और बचाव दल शामिल था, जिसमें पुरुष और महिला कर्मी, कुशल डॉग स्क्वॉड, मेडिकल सप्लाई, उन्नत ड्रिलिंग उपकरण और सहायता प्रयासों के लिए आवश्यक अन्य महत्वपूर्ण उपकरण शामिल थे.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता, अरिंदम बागची ने ट्वीट करके बताया कि भारत की मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) क्षमताएं एक्टिव हैं. भूकंप राहत सामग्री का पहला जत्था एनडीआरएफ सर्च और रेस्क्यू दल, विशेष रूप से ट्रेन्ड डॉग स्क्वॉड, चिकित्सा आपूर्ति, ड्रिलिंग मशीन और अन्य आवश्यक उपकरणों के साथ तुर्की के लिए रवाना कर दिया गया.
3400 लोगों की हुई है मौत
इससे पहले, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की. उन्होंने अधिकारियों को भूकंप के बाद हुए नुकसान से निपटने में हर संभव सहायता देने का भी निर्देश दिया, जिसमें कम से कम 3,400 लोग मारे गए हैं.
पीएम मोदी ने एक ट्वीट में कहा, "तुर्की में भूकंप के कारण जनहानि और संपत्ति के नुकसान से दुखी हूं. शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं." भारत में तुर्की के राजदूत फ़िरात सुनेल ने भारत सरकार की सहायता की पेशकश के प्रति आभार व्यक्त किया और कहा कि "ज़रूरत में काम आने वाला दोस्त ही सच्चा दोस्त होता है."