
यूक्रेन और रूस के बीच जंग जारी है. इस बीच वहां फंसे भारतीय छात्रों को निकालने के लिए सरकार भरपूर कोशिश कर रही है. यूक्रेन से भारतीयों को निकालने के लिए भारत सरकार ने जो मिशन चलाया है उसे 'ऑपरेशन गंगा' नाम दिया गया है. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी. शनिवार को 250 भारतीयों को लेकर एयर इंडिया की दूसरी फ्लाइट ने दिल्ली के लिए उड़ान भरी. इन सभी को बुखारेस्ट के रास्ते लाया जा रहा है.
छात्रों को लेकर दूसरा विमान हुआ रवाना
इससे पहले 219 भारतीयों का पहला जत्था रोमानिया के रास्ते शनिवार शाम मुंबई पहुंचा. रूसी अटैक के कारण यूक्रेनी हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया गया है. इसके बाद वहां फंसे हुए भारतीय नागरिकों को निकलाने के लिए वैकल्पिक मार्ग चुना गया है. भारतीय नागरिक यूक्रेन से बसों में सवार होकर रोमानिया पहुंच रहे हैं. शनिवार को जब 219 छात्रों को लेकर एयर इंडिया का विमान मुंबई पहुंचा तो केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने उन्हें रिसीव किया. केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने लिखा, "मातृभूमि में आपका स्वागत है! मुंबई हवाई अड्डे पर यूक्रेन से सुरक्षित निकाले गए भारतीयों के चेहरों पर मुस्कान देखकर खुशी हुई. पीएम मोदी के नेतृत्व में सरकार हर भारतीय की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अथक प्रयास कर रही है."
#OperationGanga continues.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) February 26, 2022
The second flight from Bucharest has taken off for Delhi with 250 Indian nationals. pic.twitter.com/zml6OPNirN
विदेश मंत्री ने किया वेलकम
इसके अलावा विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी ट्वीट कर भारतीय नागरिकों का स्वागत किया. उन्होंने लिखा, "वैलकम बैक. #ऑपरेशन गंगा का पहला स्टेप." पीएम नरेंद्र मोदी ने कल रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से बातचीत के दौरान यूक्रेन में फंसे भारतीय को लेकर भी चर्चा की. उन्होंने कहा था कि भारतीय को वहां से निकालना भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है.
Welcome back.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) February 26, 2022
First step of #OperationGanga. https://t.co/4DgLIc7GYM
छात्रों ने जाहिर की खुशी
यूक्रेन से लौटने पर एक छात्रा ने बताया, "हमने देखा कि वहां कैसी स्थिति थी लेकिन भारत सरकार ने इतने कम समय में हमें निकाल कर यहां पहुंचा दिया. भारत के ज्यादा से ज्यादा बच्चों को निकाला जा रहा है." यूक्रेन से लौटे MBBS छात्र ने कहा, "मुझे भारत सरकार पर पूरा भरोसा था कि हमें हमारे देश वापस जरूर लाया जाएगा. वहां थोड़ा डर लग रहा था, लेकिन हम भारत वापस आकर बहुत खुश हैं."