scorecardresearch

महान शास्त्रीय गायक पंडित जसराज के संगीत समारोह की स्वर्ण जयंती पर जारी किया जाएगा डाक टिकट

साल 2020 में पंडित जसरास ने इस दुनिया को अलविदा कहा. दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया था. उनके द्वारा शुरू किए गए पंडित जसराज पंडित मोती राम पंडित मणिराम संगीत समारोह' को इस साल 50 वर्ष पूरे हो रहे हैं.

Pandit Jasraj (Photo: Wikimedia Commons) Pandit Jasraj (Photo: Wikimedia Commons)
हाइलाइट्स
  • पंडित जसराज के सम्मान में जारी होगी स्मारक डाक टिकट

  • केंद्रीय संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ट्वीट कर दी जानकारी

शास्त्रीय गायक और मेवाती घराने के शलाका पुरुष संगीत मार्तंड पद्म विभूषण पंडित जसराज के शुरू किए संगीत समारोह की स्वर्ण जयंती पर भारत सरकार डाक टिकट जारी करेगी. केंद्रीय संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ट्वीट कर इसका एलान किया है. बता दें कि बीती जनवरी में इसी साल 28 जनवरी को पंडित जसराज जी की 92वीं जन्म जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से भारतीय संगीत को दुनिया में लेकर जाने का आग्रह करते हुए इस क्षेत्र में संगीत आधारित स्टार्ट-अप बनाकर प्रौद्योगिकी को अपनाने का आह्वान किया.

पंडित जसराज अपने पिता पंडित मोतीराम जी और बड़े भाई व गुरु पंडित मणिराम जी की याद में हर साल हैदराबाद में चार दिन का संगीत समारोह आयोजित करते रहे. पंडित जसराज की 92वीं जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंडित जसराज सांस्कृतिक प्रतिष्ठान का शुभारंभ किया था. अब नवंबर के अंतिम सप्ताह में 27 नवंबर से शुरू होने वाले 'पंडित जसराज पंडित मोती राम पंडित मणिराम संगीत समारोह' की 50वीं कड़ी यानी स्वर्ण जयंती पर डाक संचार विभाग स्मारक डाक टिकट जारी करेगा.

केंद्रीय मंत्री ने किया ट्वीट

50 सालों से हो रहा है संगीत समारोह

पंडित जसराज कल्चरल फाउंडेशन की संस्थापक और पंडित जी की पुत्री दुर्गा जसराज ने बताया कि हैदराबाद में यह समारोह पिछले पचास वर्षों से लगातार चलता आ रहा है. कोविड महामारी और लॉक डाउन के दौरान भी वर्चुअल तौर पर चार दिनों का संगीत समारोह हुआ. पंडित जसराज जी ने उस समारोह में पहली बार तकनीक के अभिनव प्रयोग से अमेरिका से थ्री-डी इफेक्ट के साथ लाइव प्रस्तुति दी. 

महान शास्त्रीय गायक पंडित जसराज का अमेरिका में दिल का दौरा पड़ने से साल 2020 में निधन हो गया. अपने 8 दशक से अधिक के सफर में पंडित जसराज को पद्म विभूषण (2000), पद्म भूषण (1990) और पद्मश्री (1975) जैसे सम्मानों से नवाजा गया. साथ ही, सौरमंडल में एक ग्रह का नाम उनके नाम पर रखा गया था और यह सम्मान पाने वाले वह पहले भारतीय कलाकार है.