पाकिस्तान ने हाल ही में अपनी एयरफोर्स में लड़ाकू विमान जेएफ-17 थंडर ब्लॉक- 3 (JF-17) को शामिल किया है. बताया जा रहा है कि यह चीन की मदद से अपने ही मुल्क में बनाया है. पाकिस्तानी वायु सेना के एक प्रवक्ता ने मंगलवार को अंतर्राराष्ट्रीय मीडिया को बताया कि अगली पीढ़ी के 'जेएफ-17 थंडर ब्लाक-3' (JF-17 Thunder Block-3) विमान 23 मार्च को आयोजित होने वाली सैन्य परेड के अवसर पर 'फ्लाई-पास्ट' में हिस्सा लेंगे.
जेएफ-17 विमान चीन और पाकिस्तान ने मिल कर विकसित किए हैं. बताया जाता है कि इन विमानों के आने से पाकिस्तानी वायु सेना की मिसाइल रक्षा प्रणाली काफी पुख्ता हो जाएगी. साथ ही पाक वायु सेना पुराने लड़ाकू विमानों को रिटायर करने की स्थिति में पहुंच जाएगी. जेएफ-17 विमानों को बनाने का काम 1980 के दशक में शुरू हुआ था. सैन्य विशेषज्ञों के मुताबिक इन विमानों में ऐसी क्षमता है कि हमला करते वक्त उन्हें किसी खास दिशा में रखने की जरूरत नहीं होगी. वे जिस स्थिति में होंगे, वहीं से निशाना साध सकेंगे.
प्रवक्ता ने बताया कि ये विमान इस सीरीज के लेटेस्ट वेरिएंट के हैं और इनके फ्लाइट टेस्ट पूरे कर लिए गए हैं. इस विमान को लेकर पाकिस्तान का कहना है कि यह लंबी दूरी तक निगरानी करने में सक्षम है. जेएफ-17 थंडर, एक अडवांस्ड, लाइटवेट, ऑल वेदर और हवा से हवा एवं हवा से सतह पर हमला करने वाला मल्टी-रोल लड़ाकू विमान है. चलिए अब आपको बताते हैं कि जेएफ-17 थंडर ब्लॉक- 3 और राफेल में क्या अंतर है और कौन कितना ताकतवर है.
हर मामले में राफेल आगे
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