भारत और श्रीलंका के बीच यात्रा करने वाले लोगों और व्यापारियों के लिए गुड न्यूज है. शनिवार (14 अक्टूबर) से भारत और श्रीलंका के बीच यात्रा करने के लिए नौका सेवा शुरू की गई है, जिससे दोनों देशों के बीच अब ज्यादा कनेक्टिविटी रहेगी. यह नौका सेवा तमिलनाडु के नागपट्टिनम से श्रीलंका के कांकेसंतुरई के बीच होगी. इस नौका सेवा का संचालन ‘शिपिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया’ कर रही है.
चार दशक बाद नौका सेवा शुरू
इस नौका सेवा से भारत के पश्चिमी तटों पर बंदरगाहों के सबसे नजदीक स्थित श्रीलंकाई बंदरगाह कांकेसंथुराई के साथ यात्रा और व्यापार को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है. यह सेवा आर्थिक साझेदारी दृष्टिकोण, समुद्री, वायु और ऊर्जा कनेक्टिविटी के लिए एक रोडमैप का हिस्सा है. बता दें कि इस सेवा को श्रीलंकाई राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे की भारत यात्रा के दौरान अंतिम रूप दिया गया था.
पीएम मोदी ने कहीं ये बातें
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और विक्रमसिंघे ने दोनों देशों के बीच सदियों पुराने सांस्कृतिक और व्यापार संबंधों को याद किया. नौका को राजनयिक और आर्थिक संबंधों में एक नया अध्याय बताते हुए पीएम मोदी ने कहा, कि कनेक्टिविटी आर्थिक साझेदारी और दृष्टिकोण का केंद्रीय विषय है क्योंकि यह व्यापार, पर्यटन और लोगों से लोगों के बीच संपर्क को बढ़ाता है. उन्होंने कहा कि कनेक्टिविटी के लिए हमारा दृष्टिकोण परिवहन क्षेत्र से परे है. भारत और श्रीलंका फिनटेक और ऊर्जा जैसे कई क्षेत्रों में निकटता से सहयोग करते हैं.
श्रीलंकाई राष्ट्रपति ने कही ये बातें
श्रीलंकाई राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने कहा कि पाक जलसंधि में यात्रा से दोनों देशों के व्यापार और संस्कृतियों को विकसित करने में मदद मिली है. उन्होंने कहा, कि उत्तर में युद्ध के कारण दोनों देशों के बीच संपर्क बाधित हो गया था. अब शांति लौट आई है और हम समुद्री संपर्क फिर से स्थापित कर सकते हैं.
क्यों बंद हुई थी नौका सेवा
श्रीलंका में गृह युद्ध के दौरान जाफना पूर्व तमिल टाइगर विद्रोहियों का एक प्रमुख गढ़ माना जाता था. कांकेसंतुराई बंदरगाह को विद्रोहियों द्वारा निशाना बनाए जाने के बाद श्रीलंकाई नौसेना ने इस सेवा को बंद कर दिया था और इससे 1980 के दशक में भारत के लिए नौका सेवा बाधित हो गई.
क्या है पाक जलसंधि
पाक जलसंधि (Palk Strait) भारत के तमिलनाडु राज्य और श्री लंका के उत्तरी प्रान्त के जाफना जिले के बीच में स्थित एक जलसंधि है. यह जलसंधि पूर्वोत्तर में पाक खाड़ी को दक्षिणपश्चिम में मन्नार की खाड़ी से जोड़ती है. इसमें न्यूनतम गहराई 9.1 मीटर से कम है और यह जलसंधि 64 से 137 किमी चौड़ी तथा 136 किमी लम्बी है.