

इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2025 के दूसरे दिन भारतीय वायु सेना के एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने शिरकत की. हाल ही में मोदी और ट्रंप की मुलाकात के दौरान ट्रंप द्वारा भारत को F-35 फाइटर विमान देने की खबर सामने आई थी. लेकिन एयर मार्शल अमर प्रीत ने इस पर साफ किया कि उन्हें इस मामले पर कोई औपचारिक पेशकश नहीं हुई है.
F-35 लड़ाकू विमान की कीमत भी काफी ज्यादा बताई गई. साथ ही इसकी एक उड़ान भी काफी खर्चीली होती है. इसके अलावा मौजूदा समय में इसके जैसे कई विमान हैं, जो इसके जैसे ही फीचर रखते हैं. लेकिन कीमत में काफी कम हैं.
अमर प्रीत सिंह भी बोले तकनीक है जरूरी
रूस-यूक्रेन युद्ध के बारे में बात करते हुए अमर प्रीत सिंह ने बताया कि आजकल के युद्ध किस लेवल के हो गए है. इसमें किस प्रकार की तकनीक का प्रयोग किया गया जा रहा है. एयर चीफ मार्शल का कहना है कि और देशों की तरह ही हमें भी अपनी जरूरतों को तकनीक के हिसाब से पूरा करना होगा.
आजकल तो एक ड्रोन भी घातक साबित हो जाता है. एक ड्रोन की मदद से आप किसी भी जगह के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं. जो कि दुश्मन के लिए काफी उपयोगी साबित हो सकती है.
तकनीक के साथ टैक्टिक्स भी जरूरी
एयर चीफ मार्शल का कहना है कि तकनीक के साथ टैक्टिक्स भी काफी जरूरी है. और उनका यह कहना काफी हद तक सही भी है. तकनीक को हम तभी सही तरीके से इस्तेमाल कर सकेंगे जब हम इस बात को पूरी तरह एनालाइज कर सकें, कि हम अपनी तकनीक को किस तरीके से दुश्मन के ऊपर इस्तेमाल करने वाले हैं. अगर हम इस बात को एनालाइज करने में असफल रहते हैं तो हमारी मेहनत बेकार है.
आत्मनिर्भता पर रखी बात
उनका कहना है कि हमें हमारे इनोवेशन सेंटर बनाने चाहिए जिससे स्वदेशी हथियार तैयार कर सकें. साथ ही ऐसा करने से हमे किसी दूसरे देश से मदद मांगने की जरूरत नहीं होगी.