scorecardresearch

सरहद पर भी दिख रहा है नारी शक्ति का प्रदर्शन, लाइट हेलिकॉप्टर से लेकर लड़ाकू विमान तक उड़ा रही हैं महिला पायलट्स

भारत की नारी शक्ति का प्रदर्शन आज हर क्षेत्र में देखने को मिल रहा है. अब रक्षा क्षेत्र भी नारी शक्ति से अछूता नहीं है. अब देश की बेटियां सरहद पर डटकर दुश्मन के मुकाबले के लिए खड़ी हैं.

Women pilots at Tezpur airbase Women pilots at Tezpur airbase
हाइलाइट्स
  • दुश्मनों का मुकाबला कर रही हैं देश की बेटियां 

  • 2016 से फ़ाइटर स्क्वाड्रन में शामिल हुईं महिलाएं

नारी को शक्ति का प्रतीक माना जाता है. नवरात्रि के पावन अवसर पर हम आपको बता रहे हैं भारतीय वायुसेना की त्रिशक्ति यानि तीन महिला पायलटों के बारे में. ये तीनों महिला पायलट असम में चीन सरहद पर तैनात हैं. ये महिला पायलट एडवांस लाइट हेलिकॉप्टर से लेकर सुखोई 30 एमके आई लड़ाकू विमान उड़ा रही हैं.

चीन सरहद पर तैनात वायुसेना की इस त्रिशक्ति में शामिल हैं सुखोई 30 एमके आई की पायलट फ़्लाइट लेफ़्टिनेंट तेजस्वी, एडवांस लाइट हेलिकॉप्टर की पायलट फ़्लाइट लेफ़्टिनेंट अर्शिया नैन और फ़्लाइट लेफ़्टिनेंट अनी अवस्थी.

दुश्मनों का मुकाबला कर रही हैं देश की बेटियां 
आज दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र सियाचिन से लेकर अरुणाचल के ऊंचे पहाड़ों में वायुसेना की महिला पायलट दुश्मनों से मुक़ाबला कर रही हैं. वायु सेना ने चीन से लगने वाले सीमावर्ती इलाक़े में हेलीकॉप्टरों की कामान महिला विमान पायलटों को सौंपी है. ये सरहद पर भारतीय सैनिकों को मदद पहुंचाने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रही हैं. 

भारतीय वायुसेना का एएलएच यानी एडवांस लाइट हेलिकॉप्टर साल 2000 से वायुसेना का हिस्सा है. इसमें दो पायलट समेत 14 जवान आ सकते हैं. आपको बता दें कि महिला पायलट अब राफ़ेल जेट के अलावा मिग-21, सुखोई-30 और मिग-29 लड़ाकू विमान भी उड़ा रही हैं. 

2016 से फ़ाइटर स्क्वाड्रन में शामिल हुईं महिलाएं
साल 2022 के गणतंत्र दिवस परेड में देश की पहली राफ़ेल पायलट फ़्लाइट लेफ़्टिनेंट शिवांगी सिंह शामिल रहीं. जून 2016 में, फ़्लाइंग ऑफ़िसर अवनी चतुर्वेदी, भावना कंठ और मोहना सिंह आईएएफ़ फ़ाइटर स्क्वाड्रन में शामिल होने वाली पहली महिला पायलट्स बनी. 

अवनी और भावना ने साल 2018 में मिग-21 बाइसन पर अकेले उड़ान भरी थी, जबकि मोहना ने साल 2019 में हॉक़ एमके 132 से उड़ान भरी थी. फ़्लाइट लेफ़्टिनेंट तेजस्वी ने बताया कि उन्हें ऐसी कड़ी ट्रेनिंग दी है कि वह दुश्मन की किसी भी चुनौती से निपट सकती हैं. 

वायुसेना में हैं 1300 महिला अफसर
कुछ साल पहले तक महिलाएं केवल ट्रांसपोर्ट विमान और हेलीकॉप्टर उड़ाया करती थीं. भारतीय वायुसेना में अभी कुल 1300 महिला अफसर हैं. इनमें से ज्यादातर ग्राउंड ड्यूटी ऑफिसर हैं यानी जमीनी कामकाज से ही जुड़ी हैं. महिला अफसरों के क्षेत्र हैं- प्रशासन, साजो-सामान, अकाउंट्स, मौसम विभाग, एयरोनॉटिकल, इलेक्ट्रिकल और मैकेनिकल इंजीनियरिंग के अलावा नेविगेशन और शिक्षा. 

वायुसेना में महिला पायलटों की कुल संख्या 110 है जो परिवहन, लड़ाकू विमान और हेलिकॉप्टर ही उड़ा रही थीं. इंडियन एयरफोर्स में अब महिला पायलट राफ़ेल, सुखोई और मिग जैसे फाइटर जेट्स उड़ाती नज़र आ रही हैं. 

(मनजीत नेगी की रिपोर्ट)