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भारतीय सेना होगी और मजबूत! DRDO ने किया VSHORADS मिसाइल का सफल परीक्षण, कम ऊंचाई वाले हवाई खतरों को कर सकती है बेअसर 

वेरी शॉर्ट रेंज एयर डिफेंस सिस्टम (VSHORADS) मिसाइल सेना को और भी मजबूती देने का काम करेगी. ये कम दूरी पर कम ऊंचाई वाले हवाई खतरों को बेअसर कर सकती है. इसे भारत में ही डिजाइन और विकसित किया गया है.

VSHORADS Missile VSHORADS Missile
हाइलाइट्स
  • भारत में ही किया गया है इसे डिजाइन 

  • VSHORADS मिसाइल कई एडवांस टेक्नोलॉजी से लैस है

भारत के डिफेंस सिस्टम को और भी मजबूत बनाने के लिए आए दिन नए-नए  मिसाइलों और वर्ल्ड क्लास हथियारों को भारतीय सेना के लिए लाया जा रहा है. अब इसी कड़ी में डीआरडीओ ने वेरी शॉर्ट रेंज एयर डिफेंस सिस्टम (VSHORADS) मिसाइल को सेना के लिए लाने का सोचा है. DRDO ने इसे 27 सितंबर 2022 को ओडिशा के तट पर इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज, चांदीपुर से लॉन्च किया और मिसाइल के दो सफल परीक्षण किए गए. जमीन पर आधारित पोर्टेबल लॉन्चर से VSHORADS मिसाइल का टेस्ट किया गया. 

भारत में ही किया गया है इसे डिजाइन 

बताते चलें कि VSHORADS एक मैन पोर्टेबल एयर डिफेंस सिस्टम (MANPAD) है. इसे डीआरडीओ के रिसर्च सेंटर इमरत (RCI), हैदराबाद द्वारा दूसरी डीआरडीओ लैब और अन्य भारतीय इंडस्ट्री पार्टनर के सहयोग से स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित किया गया है.

इतना ही नहीं, VSHORADS मिसाइल कई एडवांस टेक्नोलॉजी से लैस है. इसमें मिनिएचराइज्ड रिएक्शन कंट्रोल सिस्टम (RCS) और इंटीग्रेटेड एवियोनिक्स सहित कई नई टेक्नोलॉजी शामिल हैं. 

क्या हैं इसकी खूबियां?

इसकी खूबियों की बात करें तो, ये कम दूरी पर कम ऊंचाई वाले हवाई खतरों को बेअसर कर सकती है. इसके लिए इसमें  दोहरे जोर वाला सोलिड मोटर लगाया गया है. मिसाइस को आसानी से एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जा सके, इसी तरह से लांचर सहित मिसाइल के डिजाइन को बनाया गया है. ऐसे में दोनों फ्लाइट पूरी तरह से सफल रहे हैं. गौरतलब है कि 2012 में कई टेक्निकल राउंड्स के बाद 3  वेरी शॉर्ट रेंज एयर डिफेंस सिस्टम मिसाइल को चुना गया था.

(मनजीत नेगी की रिपोर्ट)