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Indian Army's Project Udbhav: भारतीय सेना ले रही है वेद, पुराण और महाभारत की मदद, जानें प्रोजेक्ट उद्भव के बारे में

Indian Army's Project Udbhav: भारत में महाराजा रणजीत सिंह और छत्रपति शिवाजी महाराज जैसे महान योद्धा राजाओं का एक लंबा इतिहास है. भारतीय सेना इन ऐतिहासिक शख्सियतों और उनकी सैन्य रणनीति से सबक ले रही है.

Indian Army (Photo/PTI) Indian Army (Photo/PTI)
हाइलाइट्स
  • महान योद्धा राजाओं का लंबा इतिहास रहा है

  • अब तक पश्चिम की दी हुई वॉर स्ट्रेटेजी के बारे में पढ़ा है

भारतीय सेना (Indian Army) खुद को भविष्य की लड़ाइयों के लिए तैयार कर रही है. हालांकि, इसके लिए वह वेद, पुराण और महाभारत की मदद ले रही है. इसे लेकर मंगलवार को सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने भारतीय सेना के प्रोजेक्ट उद्भव (Project Udbhav) के बारे में बताया. भारत की सैन्य विरासत की खोज में इस प्रोजेक्ट को पिछले साल लॉन्च किया गया था. अक्टूबर 2023 में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने इस प्रोजेक्ट को लॉन्च किया था. 

अब तक पश्चिम की दी हुई वॉर स्ट्रेटेजी के बारे में पढ़ा है
 
एक सम्मेलन के दौरान जनरल मनोज पांडे ने जोर देकर कहा कि भारत की सुरक्षा को आउटसोर्स नहीं किया जा सकता है. उन्होंने आत्मनिर्भरता के महत्व पर जोर दिया. दरअसल, बहुत लंबे समय से, भारत ने पश्चिम की दी हुई युद्ध से जुड़ी स्ट्रेटेजी के बारे में पढ़ा और अध्ययन किया है. लेकिन ये हमेशा किसी एक क्षेत्र की चुनौतियों और भौगोलिक स्थिति के लिए प्रासंगिक नहीं हो सकती हैं. ऐसे में जरूरी है कि भारत अपनी समृद्ध विरासत की मदद ले. 

प्राचीन ग्रंथ और उनकी आधुनिक प्रासंगिकता

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प्रोजेक्ट उद्भव में वेद, पुराण, उपनिषद और अर्थशास्त्र जैसे प्राचीन भारतीय ग्रंथों की गहराई से खोज की रही है. धार्मिकता और नैतिक मूल्यों पर आधारित ये ग्रंथ शासन कला, रणनीति, कूटनीति और युद्ध में कैसे जीतना है इसको लेकर जानकारी देते हैं. इस पहल में महाभारत की महाकाव्य लड़ाइयों और मौर्य, गुप्त और मराठा जैसे ऐतिहासिक साम्राज्यों की रणनीतिक प्रतिभा की भी जांच की जा रही है.

महान योद्धा राजाओं का लंबा इतिहास रहा है

भारत में महाराजा रणजीत सिंह और छत्रपति शिवाजी महाराज जैसे महान योद्धा राजाओं का एक लंबा इतिहास है. भारतीय सेना इन ऐतिहासिक शख्सियतों और उनकी सैन्य रणनीति से सबक ले रही है. कौटिल्य के अर्थशास्त्र, कामन्दक के नीतिसार, और तमिल कवि-संत तिरुवल्लुवर के तिरुक्कुरल जैसे ग्रंथों को शासन, रणनीति और युद्ध में नैतिकता पर उनके लिखे पाठों को दोबारा पढ़ा जा रहा है.

प्रोजेक्ट को मिल रहा है पूरा समर्थन और सहयोग

इस प्रोजेक्ट को अलग-अलग क्षेत्रों से सपोर्ट मिल रहा है. हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, रिटायर्ड एयर मार्शल अनिल चोपड़ा और दूसरे रणनीतिक मामलों के एक्सपर्ट्स ने इस पहल की सराहना की है. रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने भी इस प्रोजेक्ट की सराहना की.

वेबसाइट पर अपलोड करने की योजना 

प्रोजेक्ट उद्भव को आधिकारिक तौर पर अक्टूबर 2023 में भारतीय सैन्य विरासत महोत्सव में लॉन्च किया गया था. इस कार्यक्रम की मदद से भारतीय सेना और यूएसआई के बीच सहयोग का कदम उठाया गया था. इसका उद्देश्य भारत की सैन्य विरासत के अध्ययन को बढ़ावा देना और प्राचीन ग्रंथों में बताई गई रणनीतियों को पढ़ना है.

अब सेना ने प्रोजेक्ट उद्भव में जो भी सामने आया है उसे यूएसआई वेबसाइट पर अपलोड करने की योजना बनाई है. इसकी मदद से ज्यादा दर्शकों तक ये पहुंच सकेगी.