भारतीय पर्वतारोही अनुराग मालू, जो पिछले सप्ताह नेपाल के अन्नपूर्णा पर्वत से उतरते समय लापता हो गया थे, जीवित पाए गए हैं. हालांकि उनकी हालत गंभीर है. उनके भाई सुधीर ने इसकी जानकारी दी. सुधीर ने कहा, "वह जीवित है. उसे गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया है." 34 साल के अनुराग मालू पिछले हफ्ते माउंट अन्नपूर्णा पर चढ़ने के लिए निकले थे. 17 अप्रैल को उतरते समय 6,000 मीटर की ऊंचाई से वो नीचे गिर गए. माउंट अन्नपूर्णा दुनिया का 10वां सबसे ऊंचा पर्वत है.
डॉक्टरों की देखभाल में है
बचावकर्ताओं ने उन्हें एक दरार में पाया जिसमें वह उतरते समय गिर गए थे. सेवन समिट ट्रेक्स के अध्यक्ष मिंगमा शेरपा ने कहा कि छांग दावा के नेतृत्व में छह शेरपा पर्वतारोहियों की एक टीम ने जमीनी तलाशी ली और उसे गुरुवार सुबह लगभग 300 मीटर गहरी खाई में पाया. सेवन समिट ट्रेक्स के महाप्रबंधक थानेश्वर गुरगैन ने कहा,“उनका स्वास्थ्य बहुत नाजुक है. डॉक्टर उनकी देखभाल कर रहे हैं." उन्होंने कहा, "हमें अब अपना ध्यान उसके इलाज की ओर लगाना होगा."
कौन है अनुराग मालू
अनुराग राजस्थान के भरतपुर के किशनगढ़ के निवासी हैं. मालू संयुक्त राष्ट्र वैश्विक लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में जागरूकता पैदा करने और कार्रवाई करने के लिए सभी सात महाद्वीपों में 8,000 मीटर से ऊपर की सभी 14 चोटियों और सात हाइएस्ट प्वाइंट्स पर चढ़ने के मिशन पर हैं. उन्हें REX करम-वीर चक्र (REX Karam- Veer Chakra)से सम्मानित किया गया है और वे भारत से 2041 अंटार्कटिक युवा राजदूत बने हैं. मंगलवार को दो अन्य भारतीय पर्वतारोही बलजीत कौर और अर्जुन वाजपेयी को भी नेपाल की अन्नपूर्णा पर्वत चोटी से बचाया गया था. वह दोनों भी अभियान के दौरान हिम दरार में गिरने के बाद से लापता थे.