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Cyclone Asani: मौसम विभाग ने चक्रवात ‘असानी’ को लेकर दी चेतावनी, सेना को भी किया गया अलर्ट 

इस चक्रवात का 'असानी' नाम श्रीलंका ने रखा है. रिपोर्टों के अनुसार, श्रीलंका में आधिकारिक भाषाओं में से एक, सिंहल में 'असानी' का मोटे तौर पर 'क्रोध' के रूप में अनुवाद किया जाता है. दरअसल, दुनिया भर में छह रीजनल मौसम विज्ञान केंद्र हैं. भारतीय मौसम विभाग छह में से एक है.

Cyclone Asani Cyclone Asani
हाइलाइट्स
  • सुरक्षा के किए गए हैं पुख्ता इंतजाम 

  • श्रीलंका ने रखा है चक्रवात का नाम 

मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह में सोमवार को चक्रवाती तूफान ‘असानी’ (Cyclone Asani) दस्तक दे सकता है. इसका कारण है कि बंगाल की खाड़ी में पिछले कुछ दिन से बने निम्न दबाव के आज प्रबल होने की संभावना है. इसकी वजह से अंडमान और निकोबार के लोगों को भारी बारिश और तेज हवाओं का सामना करना पड़ सकता है. इसे देखते हुए सेना को अलर्ट  रखा गया है. इसके अलावा कई क्षेत्रों से स्थानीय लोगों को भी निकाला जा रहा है. 

भारतीय मौसम विभाग (IMD) के डायरेक्टर मृत्युंजय महापात्रा ने इसपर कहा कि चक्रवात ‘असानी’ दक्षिण बंगाल से अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में पहुंच चुका है. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा है कि ये चक्रवात अंडमान द्वीप समूह से नहीं टकराएगा बल्कि म्यांमार और बांग्लादेश की तरफ मुड़ जाएगा.

हो सकती है तेज बारिश

मौसम विभाग के मुताबिक अंडमान में सोमवार शाम तक हवा की रफ्तार 55 किलोमीटर प्रति घंटे से 65 या फिर 85 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है. इसके अलावा, ज्यादातर जगहों पर हल्‍की से मध्‍यम बारिश या गरज के साथ बारिश हो सकती है.

सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम 

बता दें, चक्रवात को देखते हुए एनडीआरएफ (NDRF) की कई टीमों को पहले ही तैयार कर दिया गया है. इसके साथ जहाज, एयरक्राफ्ट, हेलीकॉप्टर, आपदा प्रबंधन टीम आदि को अलर्ट पर रखा गया है.  साथ ही 22 मार्च तक सभी अंतर-द्वीपीय सेवाओं को रद्द कर दिया गया है. चक्रवात को देखते हुए बच्चों के स्कूल-कॉलेज भी बंद कर दिए गए हैं. इन सबके अलावा मछुआरों को भी सलाह दी गई है कि वे सोमवार और मंगलवार को द्वीपों पर न जाएं। 

श्रीलंका ने रखा है चक्रवात का नाम 

बता दें, इस चक्रवात का असानी नाम श्रीलंका ने रखा है. रिपोर्टों के अनुसार, श्रीलंका में आधिकारिक भाषाओं में से एक, सिंहल में 'असानी' का मोटे तौर पर 'क्रोध' के रूप में अनुवाद किया जाता है. दरअसल, दुनिया भर में छह रीजनल मौसम विज्ञान केंद्र हैं. भारतीय मौसम विभाग छह में से एक है.

नई दिल्ली वाला सेंटर बंगाल की खाड़ी (BoB) और अरब सागर (AS) सहित उत्तर हिंद महासागर (NIO) में बनने वाले चक्रवातों के नाम रखता है. इसके लिए आईएमडी एक मानक प्रक्रिया का पालन करता है. ये नाम 13 सदस्य देश देते हैं, जिसमें बांग्लादेश, भारत, मालदीव, म्यांमार, ओमान, पाकिस्तान, श्रीलंका, थाईलैंड, ईरान, कतर, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और यमन शामिल हैं.