भारत और अमेरिका के बीच हो रहे रक्षा व्यापार के बीच कई रक्षा समझौतों पर हस्ताक्षर हुए थे , इन्हीं समझौते में 24 रोमियो हेलीकॉप्टर का सौदा भी मंजूर किया गया था. बता दें कि भारत और अमेरिका के बीच तकरीबन 16 हजार करोड़ की कीमत पर ये सहमति बनी थी. इस सौदे का पहला तीन मिग हैलिकॉप्टर जुलाई 2021 में भारत लाया गया था. अब एक बार फिर से 2 मिग हेलिकॉप्टर भारतीय नौसेना को सौंपे गए हैं. आईये जानते हैं इस हैलिकॉप्टर की खासियत
MH-60R हेलीकॉप्टर एक ऑल-वेदर हेलीकॉप्टर है जिसे अत्याधुनिक एवियोनिक्स और सेंसर के साथ कई मशिनों को जोड़ते हुए बनाया गया है. इन शक्तिशाली हेलीकॉप्टरों को चलाने के लिए भारतीय चालक दल के कई जत्थे ने संयुक्त राज्य अमेरिका में ट्रेनिंग ली है. इससे भारतीय नौसेना की त्रि-आयामी क्षमताओं में बढ़ोत्तरी होने की उम्मीद है.
समुद्र में उड़ना फ्रिगेट है एमएच-60 हेलीकॉप्टर
एमएच 60 रोमियो हेलीकॉप्टरों को फ्रिगेट का नाम भी दिया गया है.ये हेलिकॉप्टर में कई मोड के रेडॉर, नाइट विजन उपकरण, हेलफायर मिसाइलें, एमके-54 टॉरपीडो और रॉकेट से लैस है. ये हेलिकॉप्टर भारतीय नौसेना की हेलीकॉप्टरों की लंबी तलाश को पूरा करता है.
किसी भी गहराई पर पनडुब्बियों का पता लगाने के लिए एक सोनोबॉय लॉन्चर और एक रेथियॉन एडवांस्ड एयरबोर्न लो-फ़्रीक्वेंसी (ALFS) डिपिंग सोनार भी मौजूद है
भारतीय नौसेना की ताकत में होगा इजाफा
एमएच 60 रोमियो हेलीकॉप्टर में लगे रडॉर और सेंसर उसे और खास बनाते हैं, ये रडार और सेंसर न केवल पानी के अंदर जा रही पनडुब्बियों की पहचान करने में सक्षम हैं साथ ही एक ही समय में उनका शिकार करने की ताकत भी रखते हैं. MH-60 रोमियो हेलीकॉप्टर हिंद महासागर क्षेत्र में एक बहुत ही शक्तिशाली हथियार साबित होगा क्योंकि यह सतह-विरोधी, पनडुब्बी रोधी युद्ध, खोज और बचाव मिशन क्षमताओं से लैस है. सीहॉक हेलीकॉप्टरों में दुश्मन की नावों और पनडुब्बियों को ट्रैक और शिकार करने के लिए सेंसर, मिसाइल और टॉरपीडो जैसी उन्नत युद्ध प्रणालियाँ भी इसमें लगी हुई है.
इन हथियारों से लैस है एमएच-60 हेलीकॉप्टर
MH-60 रोमियो हेलिकॉप्टर हेलफायर मिसाइलों, और MK 54 टॉरपीडो से भरे होंगे. ये मिसाइल सतह-विरोधी युद्ध अभियानों के लिए, हेलिकॉप्टर हेलफायर एंटी-सरफेस मिसाइलों जैसे हथियारों का इस्तेमाल करता है, वहीं पनडुब्बी रोधी युद्ध के लिए, इसमें हल्के टॉरपीडो और 7.62 मिमी मशीन गन लगी हुई है.
चढ़ाई : 8.38m/s।
क्रूज गति: 267km/h
रेंज: 834 किमी सर्विस सीलिंग: 3,438 मी
वजन: 6,89 5 किग्रा
टेक-ऑफ वजन: 10,659 किग्रा