भारतीय नौसेना अगले हफ्ते से अमेरिकी F-18 सुपर हॉर्नेट फाइटर प्लेन (Super Hornet fighter) का आइएनएस विक्रांत के लिए परीक्षण शुरू करेगी. भारतीय नौसेना (Indian Navy) आईएनएस विक्रांत के लिए शुरुआत में 26 फाइटर जेट खरीदना चाहती है. जिसमें 18 सिंगल सीटर और 8 ट्विवन सीटर ट्रेनर्स शामिल है. जो उड़ान प्रशिक्षण और संचालन दोनों के लिए उपयोग किए जाएंगे. भारतीय नौसेना की जरूरतों को पूरा करने के लिए F/A-18 सुपर हॉर्नेट जेट फाइटर में कितनी खूबियां हैं चलिए आपको बताते हैं.
F/A-18 दो इंजनों वाला मिडविंग, मल्टीमिशन टैक्टिकल एयरक्राफ्ट है. इसे केवल किनारे से ही ऑपरेट किया जा सकता है.
F-18 एक और दो सीटों वाले फाइटर जेट हैं जो समुंदर में बेहतर कार्य के लिए संचालन के लिए उपयुक्त हैं.
F/A-18 कई तरह के गोला बारूद और मिसाइलें लेकर चल सकते है. इसमें चार एंटी सबमरीन मिसाइलें भी फिट हो सकती हैं. माना जा रहा है कि नवीनतम टेक्नोलॉजी के साथ सुपर हॉर्नेट भारत के समुद्री हितों की रक्षा के लिए एक उपयुक्त फाइटर जेट साबित होगा
अगर इसके पंख फोल्ड कर दिए जाए तो ये INS विक्रमादित्य या INS विक्रांत के ऊपरी हिस्से में भी पूरी तरह से फिट हो सकता है. इनकी वजह से विक्रमादित्य या INS विक्रांत को अपनी परिचालन क्षमता से समझौता भी नहीं करना पड़ेगा.
एफ-18 सुपर हॉर्नेट (F-18 Super Hornet) की गति मैक 1.8 है यानी 2222.4 किलोमीटर प्रतिघंटा. वहीं, इसकी रेंज 3300 किलोमीटर है.
एफ-18 सुपर हॉर्नेट 50 हजार फीट पर उड़ सकता है. यह 228 मीटर प्रति सेकेंड की गति से ऊपर जाता है. इसकी लंबाई 60 फीट है.