ट्रेन में कई बार सीट रिजर्व होने के बाद भी मुसाफिर को बैठने को नहीं मिलता है. उसकी सीट पर कोई दूसरा कब्जा कर लेता है. फिर सीट के लिए तू-तू, मैं-मैं होने लगती है. कई बार इसको लेकर ट्रेन में झगड़े तक की नौबत आ जाती है. इस तरह के वाक्ये उन ट्रेनों में होते रहते हैं, जिसमें भीड़ ज्यादा होती है. पहले स्लीपर में इस तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता था. लेकिन अब ऐसी हरकतें AC कोच में भी होने लगी हैं. रेलवे की भाषा में ऐसे पैसेंजर को अनऑथराइज पैसेंजर बोलते हैं. कई दफा ऐसा होता है कि अनऑथलाइज पैसेंजर ये बोलकर मुसाफिरों को सीट देने से इनकार कर देते हैं कि ये सीट टीटीई ने अलॉट की है. अगर सफर के दौरान आपके साथ भी ऐसा होता है तो घबराने की जरुरत नहीं है. ऐसा होने पर बस आपको कुछ जरूरी कदम उठाने हैं, उसके बाद आपकी सीट आपको मिल जाएगी.
कैसे करें शिकायत-
सबसे पहले आपको टीटीई से इसकी शिकायत करनी चाहिए. अगर टीटीई आपको नहीं मिल रहा है तो आप इसकी शिकायत रेलवे की ऐप पर कर सकते हैं. चलिए हम आपको बताते हैं कि मुसाफिर रिजर्व सीट कब्जाने पर कैसे ऐप के जरिए शिकायत कर सकता है.
सबसे पहले रेल मदद (Rail Madad) ऐप को डाउनलोड करना होगा. अगर आपके फोन में पहले से ऐप डाउनलोड है तो प्रक्रिया आगे बढ़ाएं.
शिकायत करने के बाद रेलवे फौरन एक्शन में आएगा. टीटीई ट्रेन में कहीं भी हो, कुछ देर में आपके पास पहुंच जाएगा. जितनी जल्दी संभव होगा, आरपीएफ जवान भी मौके पर पहुंच जाएंगे. इसके बाद आपकी शिकायत का समाधान होगा. टीटीई और आरपीएफ के जवान आपकी सीट आपको दिलाएंगे और अनऑथलाइज पैसेंजर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे. अनऑथलाइज पैसेंजर पर जुर्माना भी लग सकता है और जेल भी भेजा जा सकता है.
ऐसे कई मामलों में रेलवे ने फौरन एक्शन लिया है. शिकायत दर्ज करने के आधे घंटे के अंदर टीटीई और आरपीएफ की जवान मौके पर पहुंच गए और अनऑथराइज पैसेंजर से रिजर्व सीट मुक्त कराई और हकदार पैसेंजर को सीट दिलाई.
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