ट्रेनों में महिला और बाल यात्रियों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए भारतीय रेलवे ने एक बड़ा कदम उठाया है. भारतीय रेलवे लगभग 15,000 कोचों के अंदर सीसीटीवी और पैनिक बटन लगाएगा. इसमें राजधानी, दुरंतो और शताब्दी जैसी प्रीमियम ट्रेनों के 14, 387 कोचों के साथ-साथ ईएमयू, मेमू और डेमू जैसी यात्री ट्रेनें शामिल होंगी.
रेल मंत्रालय ने पिछले साल संसद को बताया था कि अब तक करीब 2,930 रेल कोचों को सीसीटीवी से कवर किया जा चुका है. इसलिए मौजूदा ऑर्डर पिछले ऑर्डर से करीब पांच गुना बड़ा होगा.
60,000 कोचों में सीसीटीवी लगाने का है प्लान
भारतीय रेलवे ने कहा कि उसकी सभी 60,000 कोचों को दरवाजे, वेस्टिबुल क्षेत्र और गलियारे क्षेत्र पर सीसीटीवी निगरानी के साथ कवर करने की योजना है और यह सुनिश्चित करना है कि गोपनीयता का कोई उल्लंघन न हो. विशेष रूप से, इन सीसीटीवी में वीडियो एनालिटिक्स और फेशियल रिकॉग्निशन सिस्टम होंगे और आरपीएफ पोस्ट, मंडल और जोनल मुख्यालयों से कोचों के रिमोट ऑपरेशन और निगरानी को सक्षम बनाएंगे.
इसके अलावा हर कोच में कम से कम दो पैनिक बटन का प्रावधान होगा, जिसे दबाने से नजदीकी आरपीएफ पोस्ट या डेटा सेंटर अलर्ट हो जाएगा. बताया जा रहा है कि सुरक्षा के सभी जरूरी इंतजाम होने से रेलवे की कार्यप्रणाली भी बेहतर होगी.
सालभर में आए 4.24 लाख रेलवे अपराध के मामले
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के अनुसार, 2021 में रेलवे सुरक्षा बल द्वारा रेलवे अपराधों से संबंधित लगभग 4.24 लाख मामले दर्ज किए जाने के बाद भारतीय रेलवे की ओर से सुरक्षा कदम उठाए गए हैं. इसके अलावा भारतीय रेलवे यात्रियों की सुविधा को बेहतर करने के लिए ट्रेनों में सुविधाओं में भी सुधार करता रहता है.