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अब पानीपत और कुरुक्षेत्र में भी शुरू हुआ COA डेटा लॉन्गर, जानें रेलवे की इस तकनीक से क्या होगा यात्रियों को फायदा

कंट्रोल ऑफिस एप्लिकेशन (COA) एक रेलवे मंडल नियंत्रण कार्यालय में नियंत्रण चार्टिंग के ऑटोमेशन के लिए सॉफ्टवेयर है. सीओए का उद्देश्य एक चार्ट पर चलने वाली ट्रेनों की मैनुअल प्लॉटिंग को बदलना है.

हाइलाइट्स
  • कुरुक्षेत्र-पानीपत में लगाए गए COA डेटा लॉन्गर

  • रेलवे यात्रियों को मिलेंगी बेहतर सुविधाएं

भारतीय रेलवे (Indian Railways)ने हरियाणा के कुरुक्षेत्र और पानीपत में कंट्रोल ऑफिस एप्लिकेशन (COA) डेटा लॉगर इंस्टॉल किए हैं. रेलवे यात्रियों के लिए लगातार बेहतर सुवधाएं लेकर आ रहा है.  रेलवे के मुताबिक सीओए की सफल तैनाती ह्यूमन एरर और मैनुअल संकलन की संभावना को कम करेगी. 

कंट्रोल ऑफिस एप्लिकेशन (COA) एक रेलवे मंडल नियंत्रण कार्यालय में नियंत्रण चार्टिंग के ऑटोमेशन के लिए सॉफ्टवेयर है. सीओए का उद्देश्य एक चार्ट पर चलने वाली ट्रेनों की मैनुअल प्लॉटिंग को बदलना है. कुरुक्षेत्र और पानीपत में हाल ही में कंट्रोल ऑफिस एप्लिकेशन (COA) डेटा लॉगर के चालू होने के साथ, दिल्ली डिवीजन ने समय का पालन और ऑटोमेटिक ट्रेन मैनेजमेंट सुनिश्चित करने के मामले में एक और पहल की है.

सीओए (COA)के फायदे 

  • ट्रेन संचालन में बेहतर योजना और निर्णय लेना
  • परिचालन दक्षता (operational efficiency)में वृद्धि
  • काम पूरी तरह से ऑटोमेटिक हो सकेगा
  • इफिशियनसी, सटीकता और समय प्रबंधन के मामले में नियंत्रक को सहायता मिलेगी
  • मानव निर्भरता के बिना ट्रेन संचालन पर वास्तविक समय की जानकारी
  • संबद्ध प्रणालियों (Allied Systems)के बीच डेटा साझा करने के लिए बैकबोन सिस्टम

सीओए (COA) की कार्यप्रणाली

  • ट्रेन ऑर्डरिंग
  • ट्रेन की जानकारी बनाए रखना
  • ट्रेन की आवाजाही को प्रबंधित करना (असामान्य कामकाज, स्थिर, बैंकर आंदोलन)
  • असामान्य घटनाओं की रिपोर्ट करना
  • सावधानी आदेश देना
  • एडवांस प्लॉटिंग करना 
  • एमआईएस रिपोर्ट
  • स्टेशन लेआउट देखना

अब तक पुरानी दिल्ली, गाजियाबाद, नई दिल्ली, पलवल, जाखल, मेरठ सिटी, टपरी जंक्शन, कटार सिंहवाला, रोहतक जं. तिलक ब्रिज, , चिपियाना बुज़ुर्ग, आनंद विहार टर्मिनल, हजरत निजामुद्दीन, कुरुक्षेत्र और पानीपत में सीओए (COA) डेटा लॉन्गर लगाए गए हैं. 

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