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भारत का चीन को करारा जवाब, न्योमा में अपडेट कर रहा एयरफील्ड, जानिए क्या है महत्व

चीन में नया मिलिट्री इंफ्रास्ट्रक्चर बनने की खबरें तेजी से आ रही हैं. ऐसे भारत ने भी अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं. भारत ने चीन सीमा के 50 किमी दूर न्योमा में एयरफील्ड अपडेट करने का फैसला लिया है. चीन के साथ गतिरोध के दौरान न्योमा एयरफील्ड का इस्तेमाल जवानों और साजो सामान की ढुलाई के लिए किया गया था.

न्योमा एयरफील्ड न्योमा एयरफील्ड
हाइलाइट्स
  • न्योमा एयरफील्ड को अपडेट करेगी वायु सेना

  • भारतीय वायु सेना की क्षमता मजबूत होगी

पूर्वी लद्दाख में LAC पर चीन को करारा जवाब देने के लिए भारत ने नई तैयारी शुरु कर दी है. भारत अब LAC से 50 किलोमीटर दूर न्योमा में नया एयरफील्ड बनाने जा रहा है. इससे LAC पर भारतीय वायुसेना की ताकत कई गुना बढ़ जाएगी. किसी भी कार्रवाई को अंजाम देने में एयरफोर्स को कम समय लगेगा. न्योमा में पहले से एयरफील्ड मौजूद है, उसे अब अपग्रेड किये जाने की खबरें हैं. 

क्या है न्योमा एयरफील्ड का महत्व?
चीन के साथ गतिरोध के दौरान न्योमा एयरफील्ड का इस्तेमाल जवानों और साजो सामान की ढुलाई के लिए किया गया था. इस एयरफील्ड से चिनूक हेलीकॉप्टर्स और सी-130 जे विमानों का संचालन किया जा चुका है. हाल ही में चीन की ओर से LAC के पास नया मिलिट्री इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने की खबरें आई थी. LAC के करीब होने के कारण न्योमा एयरफील्ड का सामरिक महत्व काफी ज्यादा है. इससे लेह हवाई अड्डे और LAC के बीच दूरी काफी कम हो जाएगी. इतना ही नहीं जरूरत पड़ने पर काफी कम समय में जवानों और साजो सामान को LAC तक पहुंचाया जा सकेगा.

भारतीय वायु सेना की क्षमता मजबूत होगी
इस कदम से फाइटर एयरक्राफ्ट ऑपरेशन्स की क्षमता और भारतीय वायु सेना (IAF) की क्षमता मजबूत होगी. साथ ही वायुसेना को दुश्मनों से निपटने में भी मदद मिलेगी. इतना ही नहीं भारत पूर्वी लद्दाख के दौलत बेग ओल्डी (DBO), फुकचे और न्योमा में हवाई क्षेत्र विकसित करने के लिए कई विकल्पों पर भी विचार कर रहा है. न्योमा ALG MI-17 से लेकर अपाचे अटैक हेलीकॉप्टर, चिनूक हेवी-लिफ्ट हेलीकॉप्टर और गरुड़ स्पेशल फोर्स के साथ ऑपरेशन कर चुका है.

क्या है ALG का महत्व?
ALG का LAC के करीब होने के कारण रणनीतिक महत्व है. हाल ही में भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन अजय राठी ने न्योमा जैसे ALG के महत्व के बारे में बताया था. दरअसल ये लेह एयरफील्ड और LAC के बीच महत्वपूर्ण अंतर को दर्शाता है, जिससे पूर्वी लद्दाख में सैनिक और सामग्री की आवाजाही को सक्षम बनाया जा सके.