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Air Force Heritage centre: चंडीगढ़ में बनकर तैयार हुआ अपनी तरह का पहला Airforce Heritage Center, मिलेगी वायु सेना के इतिहास से जुड़ी हर जानकारी

हेरिटेज म्यूजियम के अंदर पुराने एयरफोर्स के सभी विमान के मॉडल, मिसाइल्स, लड़ाकू विमानों को प्रदर्शित किया गया है. जैसे तेजस लड़ाकू विमान, नेत्र विमान, प्रचंड हेलीकॉप्टर, एयरबस सी 295, एकीकृत वायु कमान, MIG 21 विमान और नियंत्रण प्रणाली कार्य स्टेशन और एक वैश्विक उपग्रह.

Air Force Heritage centre Air Force Heritage centre
हाइलाइट्स
  • वायु सेना का पहला हेरिटेज सेंटर

  • अपनी तरह का पहला Airforce Heritage Center

देश में अपनी तरह का पहला Indian Airforce Heritage Center, चंडीगढ़ के सेक्टर 18 में तैयार हो गया है.  इस Heritage Centre में इंडियन एयरफोर्स की तरक्की को बहुत ही साधारण तकनीक और टेक्नोलॉजी के सहारे प्रदर्शित किया गया है. हेरिटेज म्यूजियम के अंदर पुराने एयरफोर्स के सभी विमान के मॉडल, मिसाइल्स, लड़ाकू विमानों को प्रदर्शित किया गया है. जैसे तेजस लड़ाकू विमान, नेत्र विमान, प्रचंड हेलीकॉप्टर, एयरबस सी 295, एकीकृत वायु कमान, MIG 21 विमान और नियंत्रण प्रणाली कार्य स्टेशन और एक वैश्विक उपग्रह.

इसके अलावा आम आदमी को कॉकपिट एक्सपोजर और उड़ान सिमुलेटर का भी एक अनोखा अनुभव प्रदान करता है. एसयू-30 और मिग 21 और मिग 23 मॉडल सहित लड़ाकू विमानों के वास्तविक समय में उड़ान का अनुभव देने वाले तीन अत्याधुनिक सिमुलेटर हैं. इस विरासत केंद्र में सभी युद्धों में IAF की भूमिका को दर्शाता है और साथ ही खुद को संवर्धित वास्तविकता, आभासी वास्तविकता, होलोग्राम, सिमुलेटर और इलेक्ट्रो मैकेनिकल एनक्लोजर जैसी आधुनिक सामग्री से लैस करता है.

ग्रुप कैप्टन Paramjeet सिंह लाम्बा ने India Today Group से बातचीत में बताया कि यह एकमात्र विरासत केंद्र है जहां पहला IAF निर्मित पेटेंट विमान, वायु सेना कानपुर 1, (1958 में एयर वाइस मार्शल हरजिंदर सिंह द्वारा बनाया गया) स्थित है. इस केंद्र में लगभग 17,000 वर्ग फुट क्षेत्र है जो विभिन्न युद्धों में भारतीय वायुसेना की भूमिका को दर्शाता है.

मिग-21 (बाइसन) द्वारा पाकिस्तानी वायु सेना के एफ-16 लड़ाकू विमान को मार गिराने का अनूठा परिदृश्य भी दिखाया गया है. इस केंद्र में पांच विमान हैं - नैट, जिसे 1971 के युद्ध में लड़ाकू विमानों के साहसी साहस के लिए सेबर किलर के रूप में जाना जाता है, मिग 21, मिग 23, ट्रेनर विमान एचपीटी -32 दीपक और वायु सेना का कानपुर -1 विंटेज प्रोटोटाइप विमान, एक दुर्लभ सिंगल-इंजन मशीन.

इसके अलावा स्वतंत्रता के बाद से युद्धों में भारतीय वायुसेना की भूमिका को उजागर करने वाली 40 लघु प्रचार फिल्में दिखाएंगे. तीन से आठ मिनट की फिल्मों में 1947 में कश्मीर घाटी में भारतीय सेना की पहली टुकड़ियों को उतारने, कारगिल युद्ध और बालाकोट हवाई हमलों सहित अन्य में भारतीय वायुसेना की भूमिका को दिखाया जाएगा.

पहले भारतीय जो चांद पर गए थे राकेश शर्मा उनके द्वारा बनाई गई तस्वीर और उस समय उनके द्वारा पहने गए कपड़ों को भी वहां पर प्रदर्शित किया गया है इसके अलावा सुपरहिट रही पिक्चर बॉर्डर में जैकी श्रॉफ ने जिस एयरपोर्ट कैप्टन का किरदार निभाया था उन कपड़ों को भी वहां पर प्रदर्शित किया गया है.