देश की पहली रीजनल रेल सेवा, रैपिडएक्स में यात्रियों की सुविधा के लिए एक ट्रेन अटेंडेंट का प्रावधान किया गया है. ये राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में दिल्ली से मेरठ के बीच चलने वाली है. रैपिडएक्स एक बिल्कुल नई तरह की यात्रा प्रणाली है जिसके प्रीमियम कोच में आधुनिक सुविधाओं के साथ-साथ यात्रियों के लिए एक ट्रेन अटेंडेंट की सुविधा भी उपलब्ध होगी.
यह ट्रेन अटेंडेंट, यात्रियों को ट्रेन में उपलब्ध सुविधाओं से परिचित कराने तथा सभी परिस्थितियों में उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. रैपिडएक्स ट्रेन में इसके अलावा एक ट्रेन ऑपरेटर होगा जो ट्रेन चलाने का कार्य करेगा.
रैपिडएक्स ट्रेन अटेंडेंट प्रीमियम कोच में रहेगा और यात्रियों को यात्रा निर्देशों आदि से अवगत कराएगा. यात्रा के दौरान वह यात्रियों को सेफ़्टी उपकरणों के प्रयोग के संबंध में तथा उनकी यात्रा से संबन्धित जानकारी देगा. वह बुजुर्गों, बीमारों, दिव्यांगों और अन्य ज़रूरतमंद यात्रियों की आवश्यकताओं का विशेष ध्यान रखेगा. अगर किसी यात्री को सामान उठाने या रखने में परेशानी का सामना करना पड़ता है तो वह उनकी सहायता करेगा. इसके साथ ही, आपात स्थिति में वह पूरी ट्रेन में सवार अन्य यात्रियों की भी मदद के लिए प्रतिबद्ध होगा.
यात्रियों की सुविधा के साथ-साथ यह ट्रेन अटेंडेंट परिचालन के दौरान ट्रेन ऑपरेटर को भी असिस्ट करेगा. ट्रेन खराब होने या अन्य किसी आपातस्थिति में ट्रेन ऑपरेटर के दिशानिर्देशों के अनुसार ट्रेन अटेंडेंट ट्रेन में लगे निकास उपकरण को ऑपरेट करेगा और स्टेशन साइड डोर को खोलकर यात्रियों को ट्रेन से बाहर निकालने में मदद करेगा. इसके साथ ही, अगर किसी तकनीकी कारण से ट्रेन वायाडक्ट (पुल) पर रुक जाती है, तो इस स्थिति में ट्रेन अटेंडेंट ट्रेन में सवार सभी यात्रियों को आपातकालीन द्वार से वायाडक्ट पर उतरने में सहायता करेगा और उसके बाद नजदीकी एमेर्जेंसी इवैक्यूएशन एक्ज़िट तक ले जाकर यात्रियों को सुरक्षित वायाडक्ट से नीचे उतारेगा.
रैपिडएक्स ट्रेन में पहला डिब्बा प्रीमियम कोच होगा. इस कोच में आरामदायक रिक्लाइनिंग सीट्स, मोबाइल और लैपटॉप चार्जिंग पोर्ट, लगेज रैक और मैगजीन होल्डर समेत अन्य कई आधुनिक सुविधाओं मौजूद होंगी. इस कोच में यात्रा करने के लिए यात्रियों को स्टेशन के प्लेटफॉर्म लेवल लगे एएफसी गेट पर यात्रा कार्ड को दोबारा टैप करना होगा. ऐसा देश में पहली बार है जब किसी सार्वजनिक यात्रा प्रणाली में डबल टैप ऑटोमैटिक फेयर कलेक्शन सिस्टम का प्रयोग किया जा रहा है.