मंगलवार को नौसेना के एक जहाज पर दुर्घटना हो गई, जिसमें नौसेना के तीन सैनिकों की जान चली गई. ये जहाज और कोई नहीं बल्कि आईएनएस रणवीर है. ये हड़का मुंबई स्थित नौसेना डॉकयार्ड पर हुआ. आईएनएस रणवीर के आंतरिक कंपार्टमेंट में विस्फोट हो गया, जिसकी वजह तीन सैनिकों को मौत हो गई और कई घायल हो गए हैं.
नौसेना अधिकारियों ने मंगलवार देर रात इस बात की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि नौसेना डॉकयार्ड पर दुर्भाग्यपूर्ण हादसा हो गया है.आईएनएस के एक इंटर्नल कंपार्टमेंट में विस्फोट होने की वजह से तीन जवानों की मौत हो गई है.
36 साल से है नौसेना में शामिल
आपको बताते चलें, आईएनएस रणवीर भारतीय नौसेना का युद्धपोत है. नौसेना में इसे लगभग 36 साल हो गए हैं. सबसे पहले इस युद्धपोत को नौसेना में 28 अक्टूबर 1986 को शामिल किया गया था. इसकी लम्बाई 482 फीट है और स्पीड 65 किमी प्रति घंटा है. सेंसर और हथियारों से लैस आईएनएस रणवीर काफी एडवांस किस्म का युद्धपोत है. इसमें विमान भेदी और मिसाइल रोधी बंदूकों से लेकर टारपीडो और पनडुब्बी रोधी रॉकेट लांचर भी शामिल है.
किन हथियारों से है लैस?
हथियारों में इसमें 8 ब्रह्मोस सुपरसॉनिक मिसाइल, 2 बराक सैम 8 सेल लॉन्चर, 1 S-125M SAM लॉन्चर शामिल है. बंदूकों में 2, 76.2 मिमी की मुख्य बंदूक, 2 AK-630M CIWS हैं. वहीं, पनडुब्बी रोधी हथियारों में एक 533 मिमी पीटीए 533 क्विंटुपल टारपीडो ट्यूब लांचर, दो RBU-6000 पनडुब्बी रोधी मोर्टार है. और इसमें एक Ka-28 हेलीकॉप्टर भी शामिल है.
कैसे हुआ हादसा?
नौसेना अधिकारियों के मुताबिक, जहाज क्रॉस कोस्ट ऑपरेशनल तैनाती पर था और बेस पोर्ट पर पहुंचने वाला था. अचानक एक इंटर्नल कंपार्टमेंट में विस्फोट हुआ, जिसकी वजह से तीन जवानों की मौत हो गई और 11 जवानों के घायल होने की सूचना है.
विस्फोट के तुरंत बाद आग पर पा लिया गया काबू
भारतीय नौसेना के प्रवक्ता के मुताबिक, विस्फोट के तुरंत बाद जहाज पर क्रू सदस्यों ने कुछ ही समय बाद पहुंचकर आग पर काबू पा लिया था. जिसके कारण अधिक नुकसान होने से बचा लिया गया.
कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी का नोटिस भी कर दिया गया जारी
रक्षा विभाग के अनुसार, आईएनएस रणवीर पूर्वी तट पर तैनात रहनेवाला युद्धपोत है. यह नवंबर 2021 से मुंबई में था, जिसकी जल्द ही वापसी होनी थी. भारतीय नौसेना ने इस विस्फोट के कारणों की जांच के लिए एक कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी का नोटिस भी जारी कर दिया गया है.