भारत के समुद्री सरहदों की रक्षा में अब जल्द ही एक और खतरनाक हथियार जुड़ने जा रहा है. अब प्रोजेक्ट P75 के परिवार में पनडुब्बी वागशीर का समावेश होने वाला है. यह पनडुब्बी P75 स्कार्पियन प्रोजेक्ट परिवार की आखिरी पनडुब्बी है. इस पनडुब्बी को कुछ ही समय में मुंबई के मझगांव डॉक में लॉन्च किया जाएगा.लॉन्च करने के बाद इस पनडुब्बी को तकरीबन एक साल तक समुद्री परीक्षणों के लिए रखा जाएगा और उसके बाद वागशीर को भारतीय नौसेना में कमिशन किया जाएगा. लॉन्च करने की सारी तैयारियां पूरी कर दी गयी हैं. पनडुब्बी को फूलों से सजाया गया है और पूजा-पाठ शुरू कर दिया गया है. लॉन्च कुछ ही समय में किया जाएगा.
बेहद आधुनिक है ये पनडुब्बी
वागशीर पनडुब्बी कई प्रकार के मिशनों को अंजाम दे सकती है जैसे कि सतह-विरोधी युद्ध, पनडुब्बी रोधी युद्ध, खुफिया जानकारी एकत्र करना,माइन बिछाना और क्षेत्र की निगरानी करना आदि. पनडुब्बी को ऑपरेशन के समय हर परिस्थिति में संचालित करने के लिए डिजाइन किया गया है, जो एक नौसेना कार्य के अन्य घटकों के साथ अंतःक्रियाशीलता का प्रदर्शन करती है. यह एक शक्तिशाली और बेहद ही आधुनिक पनडुब्बी है. वागशीर पनडुब्बी को लॉन्च के बाद समुद्री ट्रायल के लिए भेज दिया जाएगा जहां एक साल तक लगातार समुद्र में अलग अलग प्रकार से इसका ट्रायल किया जाएगा.
यह पनडुब्बी समुद्र के अंदर 20 समुद्री मील (37 किमी प्रति घंटा) की टॉप स्पीड तक और सतह पर 11 समुद्री मील (20 किमी प्रति घंटा) की टॉप स्पीड तक पहुंच सकती है.