अयोध्या में राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होगी. इसके लिए भव्य तैयारी चल रही है. अगले तीन साल में इस शहर की तस्वीर बदलने की तैयारी चल रही है. लाइव हिंदुस्तान डॉट कॉम की रिपोर्ट के मुताबिक शहर में इंटनरनेशनल लेवल के 7 होटल और 13 मॉडल मठ-आश्रम बनेंगे. इसके लिए जमीन उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद ने नव्य अयोध्या योजना के तहत जमीन आवंटित भी कर चुका है.
1800 एकड़ में विश्वस्तरीय टाउनशिप-
आवास विकास परिषद अयोध्या में 1800 एकड़ में नई विश्वस्तरीय टानशिप विकसित कर रहा है. इसमें इंटरनेशनल लेवल के होटल भी होंगे और 40 से अधिक मठ और आश्रम होंगे. इसमें अयोध्या में रामलला के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं को सभी तरह की सुविधाएं मिलेंगी.
बुकिंग से 195 करोड़ की कमाई-
विकास परिषद ने विश्वस्तरीय होटलों की जमीन के लिए ई-ऑक्शन की बुकिंग खोली थी. ये बुकिंग 27 नवंबर से 7 दिसंबर तक चला. इस दौरान जिस जमीन की कीमत 80349 रुपए प्रति वर्गमीटर तय थी, वो 93 हजार रुपए प्रति वर्गमीटर से अधिक में बिकी. इस ई-ऑक्शन से आवास विकास परिषद ने 195 करोड़ रुपए की कमाई की.
9 मंजिल तक बन सकती है इमारत-
इस टाउनशिप में सबसे ज्यादा हरियाली होगी. मठ और आश्रम बनाने के लिए आवास विकास परिषद ने नियम तय किए हैं. नियम के मुताबिक कुल जमीन के सिर्फ 30 फीसदी हिस्से पर ही निर्माण कराया जा सकता है. यहां 9 मंजिल तक मठ और आश्रम बन सकेंगे.
महंगी बिकी मठ और आश्रम के लिए जमीन-
मठ और आश्रम को 10417 वर्गमीटर से 1966.76 जमीन दी गई है. इनकी कीमत 69603 रुपए से लेकर 60262 रुपए प्रति वर्गमीटर निर्धारित की गई थी. सिर्फ 1966 वर्गमीटर की जमीन के लिए 11.84 करोड़ रुपए अधिक देना पड़ा है. रिपोर्ट के मुताबिक आवास विकास परिषद ने इस योजना में करीब 40 मठ और आश्रम के लिए जमीन आरक्षित किया है. कुल 28 मठ और आश्रमों के लिए विज्ञापन निकाला गया था. लेकिन विकास परिषद के मानकों पर सिर्फ 13 संस्थाएं ही खरी उतरीं.
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