
दिल्ली में विधानसभा चुनाव (Delhi Election 2025) का ऐलान हो चुका है. बीजेपी, आप और कांग्रेस समेत सभी पार्टियां खुलकर मैदान में आ गई हैं. इसी बीच दिल्ली पुलिस महकमे में बड़ी नियुक्ति हुई है. दरअसल, विजय कुमार (IPS Vijay Kumar) को दिल्ली पुलिस का नया स्पेशल कमिश्नर नियुक्त किया है.
1997 बैच के आईपीएस अफसर विजय कुमार दिल्ली पुलिस के नए स्पेशल कमिश्नर होंगे. अभी तक वो जम्मू कश्मीर में एडीजी कानून व्यवस्था थे. दिल्ली में अपराध और गैंग-वार की घटनाएं एक राजनीतिक मुद्दा बन गई हैं.
इसके अलावा दिल्ली में अगले महीने विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे समय में विजय कुमार की नियुक्ति हुई है. दिल्ली पुलिस सीधे केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन आती है. विजय कुमार छत्तीसगढ़ और कश्मीर में कई अभियानों का नेतृत्व कर चुके हैं.
कश्मीर में आतंक का खात्मा
2019 में कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाया गया था. उसी समय केंद्र ने जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा हटाकर इसे दो केंद्रशासित प्रदेशों में बांट दिया था. तब 1997 बैच के एजीएमयूटी (पूर्ववर्ती जम्मू-कश्मीर) कैडर के आईपीएस अधिकारी विजय कुमार को कश्मीर क्षेत्र में पुलिस महानिरीक्षक नियुक्त किया गया था.
जम्मू कश्मीर में पोस्टिंग के दौरान उन्होंने केंद्र की सभी जो पॉलिसी थी उनको जमीन पर उतारा. उनकी पोस्टिंग के दौरान जम्मू कश्मीर में कई बड़े आतंकवादी मारे गए. कई आतंकियों ग्रुप का खात्मा किया गया. विजय कुमार के कार्यकाल के दौरान लोकल आतंकवादियों की संख्या घटकर 25 रह गई जो अब तक की सबसे कम है.
घाटी में नए नियम
कश्मीर में आतंक को खत्म करने के लिए विजय कुमार ने कई लागू किए. 2020 में उन्होंने जम्मू कश्मीर में नियम लागू किया कि आतंकवादियों के एनकाउंटर के बाद उनके अंतिम संस्कार में उनके परिवार को शामिल नहीं किया जाएगा. ताकि पब्लिक में उन्हें संवेदना न मिले.
विजय कुमार ने घाटी में हर घर तिरंगा रैलियों का नेतृत्व किया. 2020 में पहली बार जिला विकास परिषद (डीडीसी) चुनावों को शांतिपूर्ण रूप से संपन्न कराया. उनके नेतृत्व में कई राजनीतिक कार्यकर्ताओं, सिविल सोसाइटी के सदस्यों और ओवरग्राउंड वर्कर्स को यूएपीए और सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया.
विजय कुमार के समय में ही 2020 में श्रीनगर में 34 सालों बाद मुहर्रम जुलूस से प्रतिबंध हटाया गया. 2023 में जी-20 कार्यक्रमों और राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को शांतिपूर्ण रूप से संपन्न कराया. अमरनाथ यात्रा के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करने में भी कुमार ने बड़ी भूमिका निभाई.
बस्तर में नक्सल अभियान
कश्मीर से पहले विजय कुमार की पोस्टिंग छत्तीसगढ़ में थी. छत्तीसगढ़ के बस्तर को नक्सलवाद के लिए जाना जाता है. कुमार ने छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ अभियानों का नेतृत्व किया. 2019 के लोकसभा चुनावों को दक्षिण बस्तर में नक्सली गतिविधियों से मुक्त कराया. उनकी नियुक्ति दिल्ली में बढ़ते अपराध और कानून-व्यवस्था से निपटने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है.