बीजेपी ने शनिवार को अपने उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की घोषणा कर दी है. बीजेपी ने उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ को चुना है. पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने मुख्यालय में पार्टी संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद अपने उम्मीदवार की घोषणा की. बताते चलें, शनिवार को ही धनखड़ ने पीएम मोदी से मुलाकात की थी. बताते चलें, बीजेपी और एनडीए के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए कई नामों पर चर्चा हो रही थी. मगर हर बार की तरह बीजेपी ने इसबार भी अपने चुनाव से सभी को चौंका दिया है.
राजस्थान के सुदूर गांव से निकलकर राज्यपाल बनने तक का सफर
बताते चलों, किसान पुत्र जगदीप धनखड़. सांसद और विधायक दोनों रह चुके हैं. किसान पुत्र जगदीप धनखड़ काफी समय से सार्वजनिक क्षेत्र में हैं. उन्हें इसमें करीब तीन दशक से भी ज्यादा का समय हो गया है.
18 मई, 1951 को राजस्थान के झुंझुनू जिले के किठाना गांव में एक कृषि परिवार में जन्मे जगदीप धनखड़ की प्रारंभिक शिक्षा, कक्षा 1 से 5 तक की सरकारी प्राथमिक विद्यालय किठाना गांव में हुई है. इसके बाद उन्होंने राजस्थान विश्वविद्यालय के महाराजा कॉलेज, जयपुर से 3 साल की बीएससी (ऑनर्स) की. इतना ही नहीं उन्होंने फिर राजस्थान विश्वविद्यालय में एलएलबी कोर्स में प्रवेश लिया और वर्ष 1978-1979 में कोर्स पूरा किया.
1979 से राजस्थान बार काउंसिल में उन्हें वकीन के रूप में नामांकित किया गया. वहीं, राजस्थान के हाई कोर्ट द्वारा उन्हें 1990 से सीनियर एडवोकेट के रूप में नामित किया गया. 30 जुलाई, 2019 को उन्होंने राज्यपाल के पद की शपथ ली.
पीपुल्स गवर्नर के रूप में बनाई है अपनी पहचान
झुंझुनूं जिले के जगदीप धनखड़ ने अथक परिश्रम किया है. सार्वजनिक जीवन में प्रवेश करने से पहले वे सफल पेशेवर थे. उन्होंने राजस्थान हाई कोर्ट और भारत के सर्वोच्च न्यायालय दोनों में वकालत की है. इतना ही नहीं पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के रूप में नियुक्त होने के बाद उन्होंने कड़ी मेहनत की और एक पीपुल्स गवर्नर के रूप में अपनी पहचान बनाई है. वहीं, लोक कल्याण के मुद्दों पर प्रकाश डाला।
कैसी रही प्रोफेशनल टाइमलाइन ?
आपको बताते चलें कि जगदीप धनखड़ को साल 1989 में उन्हें झुंझुनू संसदीय क्षेत्र से 9वीं लोकसभा के लिए चुना गया. इसके बाद 1990 में वे एक संसदीय समिति के अध्यक्ष बने. साल 1990 में केंद्रीय मंत्री और फिर साल 1993-1998 में अजमेर जिले के किशनगढ़ निर्वाचन क्षेत्र से राजस्थान विधान सभा के लिए चुने गए.
बता दें, जगदीप धनखड़ लोकसभा और राजस्थान विधानसभा दोनों में, महत्वपूर्ण समितियों का हिस्सा थे. वह केंद्रीय मंत्री रहते हुए यूरोपीय संसद में एक संसदीय समूह के उप नेता के रूप में एक प्रतिनिधिमंडल का भी हिस्सा रहे.