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कश्मीर फिर हुआ गुलजार, 7 साल में सबसे ज्यादा पर्यटकों ने नवंबर में की घाटी की सैर

धरती पर जन्नत के नाम से जानी जाने वाली कश्मीर की सैर भला कौन नहीं करना चाहेगा. लेकिन कश्मीर की घाटी में बढ़ते आतंक के साये ने घूमने आने वाले लोगों के मन में एक डर बना दिया था. इसलिए पिछले कुछ सालों में बहुत से कारणों के चलते जम्मू और कश्मीर में टूरिज्म कम हुआ है. लेकिन इस साल नवंबर के महीने में कश्मीर में टूरिज्म सेक्टर ने नया रिकॉर्ड बनाया है.

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हाइलाइट्स
  • सिर्फ नवंबर के महीने में आये 1.27 लाख टूरिस्ट

  • पिछले 7 सालों में इस बार सबसे ज्यादा आए टूरिस्ट

धरती पर जन्नत के नाम से जानी जाने वाली कश्मीर की सैर भला कौन नहीं करना चाहेगा. लेकिन कश्मीर की घाटी में बढ़ते आतंक के साये ने घूमने आने वाले लोगों के मन में एक डर बना दिया था. इसलिए पिछले कुछ सालों में बहुत से कारणों के चलते कश्मीर में टूरिज्म कम हुआ है. 

लेकिन इस साल कश्मीर में टूरिज्म सेक्टर ने नया रिकॉर्ड बनाया है. दरअसल, इस साल सिर्फ नवंबर के महीने में ही 1.27 लाख टूरिस्ट वादी में घूमने के लिए आये हैं. 

जम्मू और कश्मीर के अधिकारीयों का कहना है कि टूरिस्ट्स की यह संख्या इस साल सिर्फ अन्य महीनों में आये यात्रियों से ज्यादा नहीं है. बल्कि पिछले सात सालों में सबसे ज्यादा यात्री इस साल नवंबर के महीने में आए हैं. 

सेट किया नया रिकॉर्ड: 

बताया जा रहा है कि 2020 में कश्मीर में 6,327 तो 2019 में 12,086 यात्री आए थे. वहीं, आर्टिकल 370 के हटने से पहले साल 2018 में 33,720, 2017 में 1.12 लाख तो 2016 में 23,569 यात्री आये थे. लेकिन इस साल नवंबर के महीने में एक नया रिकॉर्ड सेट हुआ है. 

इस बात में कोई दो राय नहीं है कि ये आंकड़े सकारात्मकता का अहसास कराते हैं. यह सिर्फ कश्मीर के लिए नहीं बल्कि पूरे देश के लिए अच्छी खबर है. क्योंकि कश्मीर में टूरिज्म बढ़ने से अर्थव्यवस्था बेहतर होगी और नागरिकों का रोजगार बढ़ेगा.