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Army Dog Phantom Martyred: जम्मू-कश्मीर में आतंकियों से लड़ते हुए शहीद हुआ 'फैंटम'... कहानी साहस, निष्ठा और समर्पण की

Indian Army: जम्मू-कश्मीर में आतंकियों से मुठभेड़ में सेना का डॉग फैंटम शहीद हो गया. फैंटम K9 यूनिट के असॉल्ट डॉग का हिस्सा था. फैंटम का जन्म 25 मई 2020 को हुआ था. 4 साल के डॉग को रिमाउंट वेटरनरी कोर मेरठ से लाया गया था. 12 अगस्त 2022 को इसे असॉल्ट डॉग यूनिट में पोस्ट किया गया था.

Indian Army Dog Phantom (Photo/@Whiteknight_IA) Indian Army Dog Phantom (Photo/@Whiteknight_IA)

जम्मू-कश्मीर के अखनूर में सेना की आतंकियों से मुठभेड़ हुई. इसमें सेना का बहादुर डॉग फैंटम शहीद हो गया. इस मुठभेड़ में सेना ने 3 आतंकियों को मार गिराया है. आतंकियों ने सेना के काफिले में शामिल एंबुलेंस पर हमला किया. इसके बाद आतंकी जंगल में भाग गए. सेना ने इलाके को घेर लिया और सर्च ऑपरेशन चलाया. इसी दौरान आतंकियों ने फायरिंग की. इस फायरिंग में फैंटम को गोली लगी और वो शहीद हो गया.

सेना का डॉग फैंटम शहीद-
अखनूर में सेना और आतंकियों के बीच करीब 5 घंटे तक फायरिंग हुई. इस ऑपरेशन में फैंटम भी शामिल था. जब सेना ने आतंकियों को जंगल में घेर लिया. जवान जब आतंकियों के करीब पहुंच गए तो फायरिंग में फैंटम को गोली लगी और वो शहीद हो गया. सेना ने कहा कि फैंटम के साहस, निष्ठा और समर्पण को कभी भुलाया नहीं जा सकता. व्हाइट नाइट कोर ने कहा कि हम अपने सच्चे नायक, एक बहादुर भारतीय सेना के डॉग फैंटम के सर्वोच्च बलिदान को सलाम करते हैं.

K9 यूनिट का हिस्सा था फैंटम-
फैंटम K9 यूनिट के असॉल्ट डॉग का हिस्सा था. ये यूनिट आातंकवाद विरोधी और उग्रवाद विरोधी अभियानों में हिस्सा लेती है. इस यूनिट में ट्रेंड डॉग होते हैं. फैंटम का जन्म 25 मई 2020 को हुआ था. 4 साल के डॉग को रिमाउंट वेटरनरी कोर मेरठ से लाया गया था. 12 अगस्त 2022 को इसे असॉल्ट डॉग यूनिट में पोस्ट किया गया था.

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बेल्जियन मेलिनोइस ब्रीड का था फैंटम-
फैंटम बेल्जियन मेलिनोइस ब्रीड का डॉग था. यह बेल्जियम के मालिंस क्षेत्र में विकसित चरवाहा और काम करने वाले डॉग की नस्ल है. यह चौकोर अनुपात एक मजबूत और मांसल डॉग है. यह कंधों पर करीब 22 से 26 इंच लंबा होता है और इसका वजन 18.1 से 36.2 किलोग्राम तक होता है. इस नस्ल के कुत्तों का अपने मालिकों के साथ गहरा संबंध होता है. जब तक इनके साथ अच्छा व्यवहार किया जाता है, तब तक ये अपने परिवार से दूर नहीं होते हैं. बेल्जियन मेलिनोइस दुबला होते हैं और इनके बाल छोटे होते हैं. इस नस्ल के कुत्तों को दौड़ने और खेलने के लिए बहुत सारी जगह की जरूरत होती है. इसलिए इनको सभी लोग नहीं पालते हैं. 

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