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J&K Assembly Election 2024: जम्मू-कश्मीर में एक दशक के बाद होने जा रहे चुनाव, जानें आखिरी इलेक्शन में क्या हुआ था?

Jammu & Kashmir Assembly Election 2024: जम्मू-कश्मीर (J&K Election 2024) में एक दशक के बाद विधानसभा चुनाव(J&K Election 2024) होने जा रहे हैं. जम्मू-कश्मीर में आखिरी बार चुनाव 2014 में हुए थे. अगस्त 2019 में जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370(J&K Article 370) हटा दिया था.

Jammu & Kashmir Assembly Election 2024(Photo Credit: Getty Images) Jammu & Kashmir Assembly Election 2024(Photo Credit: Getty Images)

Jammu & Kashmir Assembly Election 2024: चुनाव आयोग (Election Commission) ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव(Jammu Kashmir Assembly Election 2024) की तारीख का ऐलान कर दिया है. केन्द्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में 90 सीटों पर तीन फेज में वोटिंग होगी.

जम्मू-कश्मीर में पहले चरण की वोटिंग 18 सितंबर को होगी. दूसरे चरण का वोटिंग की 25 सितंबर और तीसरे फेज की वोटिंग 1 अक्तूबर को होगी. जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के रिजल्ट 4 अक्तूबर को आएंगे.

जम्मू-कश्मीर की 90 विधानसभा सीटों में जम्मू की 43 सीटें हैं और कश्मीर की 47 सीटें हैं. जम्मू कश्मीर के विधानसभा चुनाव में इस बार 87.09 लाख वोटर वोट डालेंगे. इनमें से 3.71 लाख वोटर पहली बार वोट डालेंगे.

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जम्मू-कश्मीर 6 साल तक बिना मुख्यमंत्री के रहा है. आखिरकार अब जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव हो जा रहे हैं. आइए जानते हैं कि जम्मू-कश्मीर में अब चुनाव क्यों हो रहे हैं और आखिरी बार जम्मू-कश्मीर के चुनाव में क्या हुआ था?

क्यों हो रहे चुनाव?
जम्मू-कश्मीर में आखिरी बार विधानसभा चुनाव 2014 (J&K Election 2014) में हुए थे. साल 2018 में जम्मू-कश्मीर की सरकार गिर गई थी. इसके बाद 2019 में 370 आर्टिकल को हटा दिया गया. इसके बाद से जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव नहीं हुए.

दिसंबर में सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने चुनाव आयोग (EC) को 30 सितंबर 2024 तक विधानसभा चुनाव कराने के आदेश दिए थे. चीफ जस्टिस डीवाई चन्द्रचूड़ (Chief Justice DY Chandrachud) की अगुवाई में कोर्ट ने जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्ज को रद्द करने को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई की थी.

सुप्रीम कोर्ट ने आर्टिकल 370 को खत्म करने वाले फैसले को बरकरार रखा. 5 अगस्त 2019 के फैसले से जम्मू-कश्मीर राज्य को दो केन्द्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बांट दिया गया.

कोर्ट ने इस फैसले के दौरान चुनाव आयोग को 30 सितंबर 2024 तक जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव कराने के आदेश दिए.

2014 विधानसभा चुनाव
जम्मू-कश्मीर में आखिरी बार विधानसभा चुनाव 2014 में हुए थे. उस समय जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला (Umar Abdulla) थे. 2014 के चुनाव से पहले कांग्रेस (Congress) और नेशनल कान्फ्रेंस (National Confrence) ने अपना गठबंधन तोड़ दिया.

साल 2014 में जम्मू-कश्मीर में 87 सीटों पर विधानसभा चुनाव हुए थे. 87 सीटों पर 5 फेज में विधानसभा चुनाव हुए थे. जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव 25 नवंबर से 20 दिसंबर 2014 तक हुए थे.

इस चुनाव में लगभग 65 फीसदी वोटिंग हुई थी. 23 दिसंबर को विधानसभा चुनाव के नतीजे आए. 2014 के विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला.

जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव 2014 में पीडीपी (PDP) 28 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी.  बीजेपी (BJP) ने 25 सीटें जीतीं. वहीं नेशनल कॉन्फ्रेंस को 15 सीटें और कांग्रेस ने 12 सीटें जीतीं. 

इसके अलावा जेकेपीसी (JKPC) को दो सीटें मिलीं. सीपीआई (एम) CPI(M) और जेकेपीडीएफ (JKPDF) को 1-1 सीट पर जीत मिलीं. इस चुनाव में 3 निर्दलीय उम्मीदवार भी जीते.

बीजेपी पहली बार सरकार में
जम्मू-कश्मीर में पीडीपी और बीजेपी (PDP-BJP) ने मिलकर सरकार बनाई. जम्मू-कश्मीर में पहली बार बीजेपी सरकार का हिस्सा बनी. मुफ्ती मुहम्मद सईद (Mufti Mohammad Sayeed) राज्य के मुख्यमंत्री बने और बीजेपी के निर्मल कुमार सिंह डिप्टी सीएम बने.

जनवरी 2016 में मुख्यमंत्री मुहम्मद सईद का निधन हो गया. इसके बाद राज्य की कमान महबूबा मुफ्ती (Mahbooba Mufti) को मिली. महबूबा मुफ्ती जम्मू-कश्मीर की सीएम बनी. ये सरकार 2 साल तक चली. जून 2018 में बीजेपी ने सरकार से अपना सपोर्ट वापस ले लिया और जम्मू-कश्मीर की सरकार गिर गई. 

2018 में ही जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया. अगस्त 2019 में जम्मू-कश्मीर में सब कुछ बदल गया. लगभग 10 बाद जम्मू-कश्मीर में फिर से विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं.