झारखण्ड सरकार ने पहली बार जमशेदपुर शहर के सरकारी स्कूलों में बच्चियों को आत्मरक्षा के लिए रानी लक्ष्मी बाई आत्म रक्षा की ट्रेनिंग दिलवा रही है. जमशेदपुर के करीबन 15 स्कूलो में अब तक करीबन 2000 से अधिक लड़कियां लोगों को सेल्फ डिफेन्स की ट्रैनिंग दी जा चुकी है. यह ट्रेनिंग सिर्फ शहरी इलाकों में ही नहीं बल्कि ग्रामीण इलाकों के सुदूर सरकारी स्कूलों में दी जा रही है. स्कूल की लड़कियां में ट्रेनिंग को लेकर काफी उत्साह है. एक तरफ जहां हिजाब पहनने को लेकर हंगामा हो रहा है वहीं दूसरी तरफ मुस्लिम लड़कियां हिजाब पहन कर आत्म रक्षा की ट्रेनिंग ले रही हैं.
बच्चियों में जगा उत्साह
कक्षा 10 में पढ़ने वाली श्रुति कुमारी बताती हैं, "इस तरह के ट्रेनिंग से हमको आत्म बल मिलता है.आने वाले दिनों में अगर हमारे साथ कोई घटना हो जाए तो हम काफी आसानी से उससे निपट सकते हैं. इन दिनों लिफ्टीजिंग का मामला काफी बढ़ गया है और इसको धयान में रख कर इस तरह की ट्रेनिंग लेना काफी लाभदायक है." वहीं कक्षा 10 की फाया जमील कहती हैं, "आज इसकी हमको जरूरत है और हम अपनी रक्षा खुद कर सकें इससे बढ़िया और कुछ नहीं हो सकता है.आज हमको जो ट्रेनिंग मिली है उससे हम आसानी से अपनी इज्जत की रक्षा खुद कर सकते हैं."
दो हजार लड़कियों को दी जा चुकी है ट्रेनिंग
बच्चियों की ट्रेनर का नाम शिल्पी दास है. शिल्पी ने बताया कि अब तक वो करीबन 2000 लड़कियों को आत्मरक्षा की ट्रेनिंग दे चुकी हैं. अब लड़कियां खुद इतनी आत्म निर्भर बन चुकी हैं कि वो हर परिस्थिति से मुकाबला कर सकती हैं. प्रभारी सुनील कुमार ने बताया कि झारखंड सरकार की तरफ से रानीलक्ष्मी बाई आत्म रक्षा की योजना आयी है, जिसमें हमको झारखंड के सरकारी स्कूलों में बच्चियों को आत्म रक्षा के लिये तैयार कराना है. हम लोगों ने जमशेदपुर शहर और गांव में करीबन 15 सरकारी स्कूलों में 2000 बच्चियों को आत्म रक्षा के लिये तैयार कर दिया है.
(जमशेदपुर से अनूप सिन्हा की रिपोर्ट)