कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे आ चुके हैं. कुल 224 सीटों में से कांग्रेस ने 135 सीटों पर जीत दर्ज की है. बीजेपी को 66 सीटों पर संतोष करना पड़ा है. जेडीएस के खाते में 19 सीट आई हैं. शनिवार देररात मतगणना के दौरान एक सीट पर जमकर नेताओं और कार्यकर्ताओं ने बवाल कटा. अंत में 16 वोटों से भाजपा उम्मीदवार को विजयी घोषित कर दिया गया. आइए जानते हैं क्या हुआ था?
मतगणना स्थल पर जुट गए दोनों पार्टियों के समर्थक
कर्नाटक की जयनगर सीट से भाजपा उम्मीदवार सीके राममूर्ति ने शनिवार को अपनी कांग्रेस प्रतिद्वंद्वी सौम्या रेड्डी से पहले हुए मतगणना में हार गए. इसके बाद भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने री-काउंटिंग की मांग कर विरोध प्रदर्शन करने लगे. मतगणना स्थल पर दोनों पार्टियों के समर्थक जुट गए. इसकी जानकारी अधिकारियों ने वरीय अधिकारियों को दी.
कांग्रेस की सौम्या रेड्डी को 160 वोटों से पहले हुईं थी विजेता घोषित
मतगणना के बाद देर रात कांग्रेस की सौम्या रेड्डी को 160 वोटों से विजेता घोषित कर दिया गया था. नतीजे सामने आने के बाद बीजेपी प्रत्याशी सीके राममूर्ति दोबारा मतगणना कराने की मांग पर अड़ गए. काउंटिंग सेंटर पर उनके साथ बीजेपी सांसद और युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या भी थे. दोनों ने फिर से मतगणना कराने की मांग शुरू कर दी. वहीं, सौम्या रेड्डी और उनके पिता रामलिंगा रेड्डी ने इसका विरोध किया. हंगामे के बीच कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार भी वहां पहुंच गए और धरना धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया.
दोबारा हुई मतों की गिनती
दोबारा मतों की गिनती के अलावा डाक मतों को जोड़ा गया तो राममूर्ति ने सौम्या रेड्डी को 16 वोटों से मात दे दी. इसके बाद देर रात इस सीट का रिजल्ट घोषित कर दिया गया. हालांकि, कांग्रेस ने दोबारा मतगणना में बीजेपी प्रत्याशी की जीत के बाद अधिकारियों पर सांठगांठ करने का आरोप लगाया. रामलिंगा रेड्डी ने कहा कि सरकारी मशीनरी ने सीके राममूर्ति को फायदा पहुंचाया है. सीके राममूर्ति को 57,797 वोट मिले, जबकि उनकी प्रतिद्वंद्वी सौम्या रेड्डी को 57,781 वोट.