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दो साल बाद खुले बाबा केदारनाथ के कपाट, श्रद्धालुओं की संख्या और कोविड-19 के लिए क्या हैं नियम,जानिए

केदारनाथ धाम के द्वार आज सुबह 6.25 पर खोल दिए गए. मंदिर खुलने के बाद सीएम पुष्कर सिंह धामी ने मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं का ट्वीट के जरिए स्वागत किया और कहा कि यात्रियों को सुरक्षित यात्रा प्रदान करने के लिए वो हर संभव प्रयास करेंगे.

Kedarnath Temple Kedarnath Temple
हाइलाइट्स
  • दर्शन के लिए तय की गई सीमा

  • दो साल बाद खुले मंदिर के कपाट

वैदिक मंत्रों के उच्चारण के साथ केदारनाथ बाबा का धाम 6 मई को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया. इस शुभ अवसर पर उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी अपनी पत्नी के साथ मंदिर में मौजूद थे. इससे पहले 3 मई को गंगोत्री धाम और यमुनोत्री धाम के कपाट अक्षय तृतीया के अवसर पर खोले गए थे, जिससे चार धाम यात्रा 2022 की शुरुआत भी हुई थी. एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार मंदिर को 15 क्विंटल फूलों से सजाया गया है. 

केदारनाथ धाम के द्वार खुलने के बाद सीएम पुष्कर सिंह धामी ने मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं का ट्वीट के जरिए स्वागत किया और कहा कि यात्रियों को सुरक्षित यात्रा प्रदान करने के लिए वो हर संभव प्रयास करेंगे.

दर्शन के लिए तय की गई सीमा
कोरोना महामारी को देखते हुए राज्य सरकार ने चार धाम यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए दैनिक सीमा तय की है. अधिकारियों ने केदारनाथ मंदिर के लिए आने वाले यात्रियों की दैनिक सीमा 12,000 और बद्रीनाथ के लिए 15,000 रखी है. वहीं गंगोत्री आने वाले यात्रियों के लिए यह संख्या 7000 और यमुनोत्री के लिए 4000 है. हालांकि आरटीपीसीआर टेस्ट में छूट देते हुए उत्तराखंड सरकार ने कहा है कि चार धाम यात्रा के लिए निगेटिव टेस्ट रिपोर्ट या कोविड-19 वैक्सीन सर्टिफिकेट लाना अनिवार्य नहीं है.

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने चार धाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए एक निजी स्वास्थ्य संगठन द्वारा दी जाने वाली मुफ्त स्वास्थ्य सेवाओं की शुरुआत की है. राज्य सरकार के अनुसार इसे लोगों के लिए "सुरक्षित और आरामदायक यात्रा" सुनिश्चित करने के लिए शुरू किया गया है. बद्रीनाथ के कपाट श्रद्धालुओं के लिए 8 मई को खोले जाएंगे.