केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने गुरुवार को एर्नाकुलम जिले के एक छोटे से गांव कुंबलंगी को देश का पहला नैपकिन मुक्त गांव घोषित किया है. अभियान की आयोजक ने कहा, "लड़कियों और महिलाओं को 5,000 से अधिक मेंस्ट्रुअल कप वितरित किए गए हैं और उन्हें स्वयंसेवकों द्वारा तीन महीने के लिए उनके उपयोग और लाभों के बारे में प्रशिक्षण दिया जा रहा है."
महिलाओं को सशक्त करना है उद्देश्य
राज्यपाल ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा, “सुंदर गांव कुंबलंगी दूसरों के लिए एक आदर्श होगा. इस तरह की योजनाओं से महिलाओं का सशक्तिकरण होगा. अगर गांव समृद्ध होंगे, तो हमारा देश समृद्ध होगा. ”एर्नाकुलम के सांसद हिबी ईडन ने प्रधानमंत्री संसद आदर्श ग्राम योगना के तहत "अवलकायी" अभियान की शुरुआत की. सांसद ने कहा, “हम इस पर कई महीनों से काम कर रहे हैं. इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन और हिंदुस्तान लाइफकेयर लिमिटेड मैनेजमेंट एकेडमी इसमें भागीदार हैं. ”उन्होंने कहा कि इस अभियान का उद्देश्य महिलाओं को मेंस्ट्रुअल कप के फायदों के बारे में जागरूक करना और उनके डर को दूर करना है.
नैपकिन-वेंडिंग से हो रही थी समस्या
ईडन ने कहा कि नवीनतम पहल सिंथेटिक नैपकिन के कारण होने वाले प्रदूषण को कम करने और कामकाजी महिलाओं और छात्राओं को व्यक्तिगत स्वच्छता सुनिश्चित करने में मदद करेगी. इसमें अभिनेता पार्वती सहित कई लोगों ने इस परियोजना को पूरा करने में उनकी मदद की है. युवा सांसद ने कहा,“हमने कई स्कूलों में नैपकिन-वेंडिंग मशीनें लगाई हैं, लेकिन अक्सर वे समस्याएं पैदा करते हैं. फिर यह विचार आया और हमने इसका विस्तार से अध्ययन किया और विशेषज्ञ की सलाह ली. विशेषज्ञों ने कहा कि कप को कई वर्षों तक फिर से इस्तेमाल किया जा सकता है और यह अधिक स्वच्छ है. ”
10 साल तक चलता है एक कप
विशेषज्ञों ने कहा कि मासिक धर्म स्वच्छता के अन्य रूपों की तुलना में मेंस्ट्रुअल कप एक सुरक्षित विकल्प है. उन्होंने कहा कि मेडिकल ग्रेड सिलिकॉन और लेटेक्स से बना एक कप 10 साल तक चल सकता है और यह विभिन्न मासिक धर्म उत्पादों की तुलना में लागत प्रभावी और पर्यावरण के अनुकूल है. सांसद ने कहा, "हमें समय के साथ बदलना होगा. कुंभलंगी के बाद हम इन मेंस्ट्रुअल कप को कोच्चि के तटीय क्षेत्रों में वितरित करेंगे लोगों को इसके इस्तेमाल के लिए प्रशिक्षण देंगे.”कुंबलंगी, बैकवाटर से घिरा कोच्चि के बाहरी इलाके में एक द्वीप गांव है. यह देश का पहला पर्यावरण पर्यटन गांव है, जिसे अपने पारंपरिक चीनी जाल के लिए जाना जाता है.