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पासपोर्ट पाउच ऑर्डर करने पर मिला असली पासपोर्ट, जानें क्या है मामला?

केरल के एक आदमी ने अमेज़ॅन पर पासपोर्ट पाउच ऑर्डर किया. लेकिन जब वो ऑर्डर आया तो पता चला कि उसे पासपोर्ट पाउच नहीं बल्कि किसी और का पासपोर्ट मिल गया है. जिसके बाद उसने अमेजन कस्टमर केयर से संपर्क किया लेकिन उन्होंने जवाब मिला कि कंपनी भविष्य में सावधान रहेगी. जिसके बाद उसने यात्रा दस्तावेज के पते के आधार पर पासपोर्ट के मालिक मोहम्मद सालिह से संपर्क किया.

केरल के आदमी को पासपोर्ट पाउच आर्डर करने पर मिला असली पासपोर्ट केरल के आदमी को पासपोर्ट पाउच आर्डर करने पर मिला असली पासपोर्ट
हाइलाइट्स
  • अमेज़न कस्टमर केयर ने नहीं दी कोई प्रतिक्रिया

  • त्रिशूर के मूल निवासी का है पासपोर्ट

आज के दौर में हर कोई ऑनलाइन शॉपिंग कर रहा है. ऐसे में आए दिन शॉपिंग से जुड़ा कोई ना कोई मुद्दा सामने आता है. केरल से वायनाड से एक अजीबोगरीब वाक्या सामने आया है. एक रिपोर्ट के अनुसार, केरल के वायनाड जिले के एक व्यक्ति ने अमेज़ॅन पर पासपोर्ट पाउच ऑर्डर किया. लेकिन जब वो ऑर्डर आया तो पता चला कि उसे पासपोर्ट पाउच नहीं बल्कि किसी और का पासपोर्ट मिल गया है. 

द न्यूज मिनट की अक रिपोर्ट के मुताबिक वायनाड के कनियाम्बेट्टा गांव के रहने वाले मिथुन बाबू ने 30 अक्टूबर को पासपोर्ट पाउच का ऑर्डर दिया जो दो दिन बाद उसे मिल गया. जब उसने पासपोर्ट पाउच खोला तो बाबू को पासपोर्ट पाउच की एक जेब के अंदर एक पासपोर्ट मिला. वेबसाइट के हवाले से बाबू का कहना है कि, "सबसे पहले, मैंने इसे एक डमी पासपोर्ट समझा. लेकिन, करीब से देखने पर मुझे पता चला कि मुझे त्रिशूर के मूल निवासी का पासपोर्ट मिला है."

उन्होंने कहा कि उन्होंने तुरंत अमेज़न कस्टमर केयर से संपर्क किया लेकिन उन्होंने जवाब मिला कि कंपनी भविष्य में सावधान रहेगी. जिसके बाद उसने यात्रा दस्तावेज के पते के आधार पर पासपोर्ट के मालिक मोहम्मद सालिह से संपर्क किया.

बाबू के कहा कि, "सालिह ने वही पाउच अमेजन से मंगवाया था, और बाद में उसे वापस करने का फैसला किया. हालांकि, ऑर्डर वापस करने से पहले वह अपना पासपोर्ट निकालना भूल गए. यह अमेज़न की गलती थी कि उन्होंने लौटाए गए उत्पाद की जांच नहीं की, और इसे फिर से पैक करके भेज दिया."

हालांकि बाबू ने अमेज़न पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह ग्राहक सेवा की प्रतिक्रिया से हैरान थे, कंपनी ने न तो निरीक्षण की जिम्मेदारी ली और न ही उन्हें आगे क्या करना है, इस पर मार्गदर्शन किया.

ऐसा ही एक वाक्या पिछले महीने एर्नाकुलम जिले में हुआ था. यहां अलुवा के एक व्यक्ति ने अमेज़न से एक आईफोन का ऑर्डर दिया और इसके बदले एक साबुन बार और ₹5 का सिक्का प्राप्त किया. पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला की झारखंड में कोई 25 सितंबर से आईफोन का इस्तेमाल कर रहा था. हालांकि नूरुल अमीन ने बाद में एक मीडिया कंपनी को बताया कि फोन खरीदने के लिए भुगतान की गई राशि उनके खाते में क्रेडिट हो चुकी है.