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मलयालम सीखकर यूपी के इस लड़के ने केरल बोर्ड के 10वीं के एक्जाम में किया टॉप

अशद ने बताया कि उनके माता-पिता मोहम्मद हासिम और महजबीन बानो उनके जन्म के बाद उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद से केरल आ गए थे. वे मेरे लिए एक ऐसी जगह चाहते थे जो हमें अध्ययन करने और अपने सपनों को हासिल करने का पर्याप्त अवसर प्रदान करे.

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हाइलाइट्स
  • माता-पिता ने भी की मदद

  • नहीं आती थी मलयालम भाषा

केरल परीक्षा भवन ने 15 जून को 10वीं कक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया. इस साल चार लाख से ज्यादा बच्चों ने Kerala SSLC की परीक्षा दी. केरल बोर्ड की इस परीक्षा में यूपी के एक लड़के ने कमाल कर दिखाया है. 16 वर्षीय छात्र अशद हासिम ने भाषा की बाधा को पार कर उसपर विजय प्राप्त की और सभी विषयों में A+ स्कोर किया.

अशद केरल के कलूर में दारुल उलूम वीएचएसएस के छात्र हैं, जिनका परिवार बेहतर शिक्षा की संभावना तलाशने के लिए उत्तर प्रदेश से केरल आया था. अशद ने बताया कि उनके माता-पिता मोहम्मद हासिम और महजबीन बानो उनके जन्म के बाद उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद से केरल आ गए थे. वे मेरे लिए एक ऐसी जगह चाहते थे जो हमें अध्ययन करने और अपने सपनों को हासिल करने का पर्याप्त अवसर प्रदान करे. आशद ने बताया कि वो डॉक्टर बनना चाहते हैं.

नहीं आती थी मलयालम भाषा
उन्होंने कहा, “मेरे शिक्षकों ने मुझे जो सहायता दी उसके बिना मेरी उपलब्धि संभव नहीं थी. मेरी एजुकेशनल जर्नी में मेरे शिक्षकों का बहुत बड़ा हाथ है. उन्होंने भाषा की बाधा को दूर करने में मेरी मदद की, जिससे मेरे लिए मलयालम सीखना आसान हो गया.”आशद घर पर केवल हिंदी बोलते हैं. जूनियर कक्षाओं में मलयालम में उनका स्कोर बहुत खराब था जबकि अन्य सभी विषयों में उन्हें  40 में से 38-39 अंक मिलते थे.
 
माता-पिता ने भी की मदद
अशद ने कहा,“मैं इस बाधा को दूर करना चाहता था इसलिए मैंने मलयालम में बेहतर स्कोर करने पर ध्यान केंद्रित करने का फैसला किया. धीरे-धीरे, मेरे स्कोर में सुधार हुआ और दसवीं कक्षा में अपने मॉडल परीक्षाओं के लिए मैं 40 में से 38 और 37 स्कोर करने में सक्षम था. ” आशद के पिता मोहम्मद कसाई का काम करते हैं. अशद कहते हैं कि मेरे माता-पिता ने मुझे कभी अकेला नहीं छोड़ा. वे मुझे और मेरी बहन दोनों को लक्ष्य हासिल करने के लिए प्रोत्साहित करते रहे. आशद की बहन फलक बानो ने भी SSLC परीक्षा उत्तीर्ण की लेकिन सभी विषयों में  A+ स्कोर हासिल नहीं कर सकी. अशद की बहन को पांच विषयों में A+ मिला है.