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कौन हैं आर प्रिया? जो बनीं हैं चेन्नई की पहली दलित और सबसे कम उम्र की मेयर

प्रिया राजनीतिक परिवार से ही ताल्लुक रखती हैं. वे थिरु वी का नगर में वार्ड लेवल के DMK पदाधिकारी 'पेरंबूर' आर राजन की बेटी हैं. इनके पिता पिछले 30 से भी ज्यादा सालों से पार्टी में हैं. द्रमुक के पूर्व विधायक 'चेंगई' शिवम प्रिया के चाचा हैं.

Mayor R Priya (Photo Credit: ANI) Mayor R Priya (Photo Credit: ANI)
हाइलाइट्स
  • पॉलिटिक्स में है शुरू से इंटरेस्ट

  • आर प्रिया जब 20 साल की थीं तभी से DMK पार्टी की मेंबर हैं.

आर प्रिया ने शुक्रवार को चेन्नई की नए मेयर के रूप में शपथ ले ली है. बता दें, आर प्रिया चेन्नई कॉरपोरेशन की सबसे कम उम्र की महिला और एससी समुदाय की पहली महिला मेयर हैं. थिरु वी का नगर में वार्ड 74 से चुनाव लड़ने वाली 28 साल की प्रिया पिछले हफ्ते से ही इस पद के लिए सबसे आगे चल रही थीं. तारा चेरियन (1957-58) और कामाक्षी जयरामन (1971-72) के बाद प्रिया निगम की तीसरी महिला मेयर बन गई हैं.

20 की उम्र से ही हैं पार्टी की मेंबर 

दरअसल, प्रिया राजनीतिक परिवार से ही ताल्लुक रखती हैं. ये थिरु वी का नगर में वार्ड लेवल के द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम (DMK) पदाधिकारी 'पेरंबूर' आर राजन की बेटी हैं. इनके पिता पिछले 30 से भी ज्यादा सालों से पार्टी में हैं. द्रमुक के पूर्व विधायक 'चेंगई' शिवम प्रिया के चाचा हैं. उनके पिता राजन ने द न्यू इंडियन एक्सप्रेस के हवाले से बताया कि आर प्रिया जब 20 साल की थीं तभी से पार्टी की मेंबर हैं. वे कहते हैं, “बचपन से ही उसने मुझे और उसके चाचा को पार्टी के लिए काम करते हुए देखा है. वो लोगों की समस्याओं को बखूबी समझती हैं.”

इसके साथ डीएमके के ही महेश कुमार जिन्होंने वार्ड नंबर 169 से चुनाव लड़ा है वे डिप्टी मेयर के रूप में चुने गए हैं.

पॉलिटिक्स में है शुरू से इंटरेस्ट 

द न्यूज़ मिनट की रिपोर्ट के अनुसार, प्रिय को शुरू से ही पॉलिटिक्स में इंटरेस्ट है. वे कहती हैं, “मैंने पिछले असेंबली इलेक्शन में हमारे मुख्यमंत्री को काम करते हुए देखा था. वे बदलाव लाना चाहते हैं. मैं इसका हिस्सा बनना चाहती हूं. हमारे इलाके में लोग कई तरह की समस्याएं झेल रहे हैं. पानी भी एक दिन छोड़कर ही आता है. सड़कों में भी बदलाव की जरूरत है. बिजली की समस्याएं भी हैं. सभी में सुधार लाना जरूरी है.”

रिपोर्ट के हवाले से प्रिया कहती हैं. “ये बहुत जरूरी है कि यूथ पॉलिटिक्स में हिस्सा लें. उनके पास नए आईडिया होते हैं, एनर्जी होती है. उनका चीज़ों को देखने का तरीका एकदम अलग होता है.” बता दें, प्रिया ने श्री कन्यका परमेश्वरी आर्ट्स कॉलेज फॉर वीमेन से एम कॉम की है.

किसने जीते कितने वार्ड?

गौरतलब है कि डीएमके ने हाल ही में चेन्नई के 200 वार्डों में हुए शहरी स्थानीय निकाय चुनावों में 153 पार्षदों के साथ जीत हासिल की है. अन्नाद्रमुक ने 15 वार्ड जीते हैं. बता दिन, चेन्नई कॉरपोरेशन में 61 लाख वोटर्स हैं. इस चुनाव में मेयर का पद एक महिला, दलित उम्मीदवार के लिए आरक्षित था.