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Shashi Tharoor: कौन हैं शशि थरूर, जिनके कांग्रेस अध्यक्ष के लिए चुनाव लड़ने की हो रही चर्चा

कांग्रेस सांसद शशि थरूर एक बार फिर से मीडिया की सुर्खियों में हैं. इस बार उन्होंने मलयालम डेली 'मातृभूमि' के लिए एक लेख लिखा. जिसमें उन्होंने कहा कि 17 अक्टूबर को होने वाले कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष का चुनाव निष्पक्ष और स्वतंत्र होना चाहिए. राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि शशि थरूर कांग्रेस अध्यक्ष के पद पर चुनाव लड़ने की संभावनाएं तलाश रहे हैं. जानिए शशि थरूर का अबतक का कैसा रहा है राजनीतिक सफर.

Shashi Tharoor ( File Photo) Shashi Tharoor ( File Photo)

कांग्रेस पार्टी में अध्यक्ष पद का चुनाव होना है. इसी बीच चर्चा है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर अध्यक्ष पद के लिए चुनाव में दावेदारी पेश कर सकते हैं. थरूर के अबतक के करियर की बात करें तो वो प्रतिष्ठित सेंट स्टीफंस कॉलेज दिल्ली के पूर्व छात्र रहे हैं. वह फ्लेचर स्कूल ऑफ लॉ एंड डिप्लोमेसी से अंतरराष्ट्रीय संबंधों और कानून में सबसे कम उम्र में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त करने वाले व्यक्ति हैं.

अब तक का राजनीतिक करियर

थरूर 2009 में कांग्रेस में शामिल हुए और केरल में तिरुवनंतपुरम सीट से चुनाव लड़कर सफलतापूर्वक जीत हासिल की. 2014 में थरूर ने तिरुवनंतपुरम से फिर से चुनाव जीता, भारतीय जनता पार्टी के ओ राजगोपाल को लगभग 15,700 वोटों के अंतर से हराया. यूपीए के नेतृत्व वाली सरकार के अंदर थरूर 2009-2010 तक विदेश मंत्रालय के और 2012-2014 तक मानव संसाधन विकास मंत्रालय के राज्य मंत्री रह चुके हैं. 2007 तक वे संयुक्त राष्ट्र के करियर अधिकारी थे. संयुक्त राष्ट्र में उन्होंने महासचिव पद के लिए (2006) चुनाव में, बान की मून की तुलना में दूसरे स्थान पर आने के बाद, संयुक्त राष्ट्र से प्रस्थान किया.

थरूर ने एक लेखक रूप में भी किया है काम

भारतीय दंड संहिता की धारा 377 में संशोधन करने के शशि थरूर के प्रयासों को दो मौकों पर अधिकांश सांसदों ने खारिज कर दिया. भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने बाद में 2018 में विवादास्पद लेख में संशोधन के पक्ष में फैसला सुनाया और थरूर द्वारा वकालत की स्थिति को सही ठहराया गया. बता दें कि अनुच्छेद 377 को समाप्त करना भारतीय इतिहास में एक ऐतिहासिक निर्णय था. इसने LGBTQI+ समुदाय के लोगों के अस्तित्व को कानूनी मान्यता दी.

थरूर एक लेखक भी हैं, जिन्होंने 1981 से कथा और गैर-कथाओं के 17 बेस्टसेलिंग कार्यों को लिखा है, जो भारत और उसके इतिहास, संस्कृति, फिल्म, राजनीति, समाज, विदेश नीति और अधिक संबंधित विषयों पर केंद्रित है.

थरूर के साथ विवादों का रहा है नाता

शशि थरूर सोशल मीडिया को राजनीतिक बातचीत के साधन के रूप में इस्तेमाल करने में आगे रहे हैं. वह 2013 तक ट्विटर पर भारत के सबसे अधिक फॉलो किए जाने वाले राजनेता थे, जब उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पछाड़ दिया था. उनके कुछ ट्विटर पोस्ट काफी विवादास्पद भी रहे हैं.

थरूर पर आईपीएल क्रिकेट फ्रेंचाइजी में शेयर प्राप्त करने के लिए अपने कार्यालय का दुरुपयोग करने का आरोप लगा था, जिसके बाद अप्रैल 2010 में, उन्होंने केंद्रीय मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था. थरूर ने आरोपों से इनकार किया और संसद में अपने इस्तीफे के भाषण के दौरान पूरी जांच की मांग की थी. मई 2018 में, थरूर पर अपनी दूसरी पत्नी सुनंदा पुष्कर की मौत के लिए भी जिम्मेदार होने का आरोप था. 

हालांकि थरूर ने सभी आरोपों का खंडन किया. 18 अगस्त 2021 को दिल्ली की विशेष अदालत ने शशि थरूर को पुष्कर की मौत के सभी आरोपों से मुक्त कर दिया.

बता दें कि कांग्रेस ने रविवार को घोषणा की थी कि पार्टी अध्यक्ष का चुनाव 17 अक्टूबर को होगा. कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव का परिणाम 19 अक्टूबर को घोषित किया जाएगा. चुनाव के लिए अधिसूचना 22 सितंबर को जारी की जाएगी, जबकि नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया 24 सितंबर से शुरू होगी और 30 सितंबर तक चलेगी.