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हरियाणा के लाल ने किया कमाल, एक बार में फतह कर लिया माउंट ल्होत्से

हरियाणा के हिसार जिले के गांव मिंगनी खेड़ा के रहने वाले नरेंद्र कुमार ने विश्व की चौथे नंबर पर सबसे ऊंची चोटी माउंट ल्होत्से पर पहले ही प्रयास में फतेह करके भारत देश का राष्ट्रीय ध्वज फहराया है.

नरेंद्र कुमार नरेंद्र कुमार
हाइलाइट्स
  • खराब मौसम में भी चढ़ गए माउंट ल्होत्से

  • काफी मुश्किल थी माउंट ल्होत्से की चढ़ाई

अगर हौसले बुलंद हो इंसान जीवन में कुछ भी कर सकता है ऐसा ही हरियाणा हिसार के लाल ने करके दिखाया है. हरियाणा के हिसार जिले के गांव मिंगनी खेड़ा के रहने वाले नरेंद्र कुमार ने विश्व की चौथे नंबर पर सबसे ऊंची चोटी माउंट ल्होत्से पर पहले ही प्रयास में फतेह करके भारत देश का राष्ट्रीय ध्वज फहराया है. इस चोटी की ऊंचाई 8516 मीटर है. इस चोटी पर चढ़ना काफी कठिन काम है, क्योंकि यहां तापमान माइनस 40 डिग्री तक पहुंच जाता है. इस पर चढते समय काफी टेक्निकल दिक्कत आती है. नरेंद्र कुमार इस चोटी को फतह करने वाले हरियाणा के पहले व्यक्ति बन गए हैं. इससे पहले नरेंद्र कुमार माउंट किलिमंजारो अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी पर 5 दिन में दो बार चढ़ाई करके वर्ल्ड रिकॉर्ड बना चुके हैं.

खराब मौसम में भी चढ़ गए माउंट ल्होत्से
नरेंद्र कुमार ने अपने अभियान की शुरुआत 12 अप्रैल 2022 को नेपाल के काठमांडू  एवरेस्ट बेस में पहुचे यहां कुछ दिन मौसम का इंतजार किया. 12 मई  एवरेस्ट बेस कैंप से निकले और 15 मई तक ऊपर चढ़ते रहे. नरेंद्र मिगनी खेडा ने बताया कि जाते समय मौसम बहुत खराब था और ऊपर टेंपरेचर माइनस  40  डिग्री था. वो ऑक्सीजन सिलेंडर की मदद से ऊपर चढ़ रहे थे. नरेंद्र बताते है कि, “इस मिशन में मुझे रास्ते में मौसम काफी खराब होने की वजह से संघर्ष काफी करना पड़ा. लेकिन मैंने हिम्मत नहीं हारी और 16 मई को सुबह 5 बजे पहुंच कर देश का तिरंगा झंडा लहरा कर एक नया रिकॉर्ड बनाया और हरियाणा का नाम रोशन किया. 

काफी मुश्किल थी माउंट ल्होत्से की चढ़ाई
नरेंद्र ने बताया कि माउंट ल्होत्से जो कि विश्व की 4 हाईएस्ट चोटियों में से एक है. यहां पर चढ़ाई करना काफी मुश्किल था, इस पर चढ़ाई करना माउंट एवरेस्ट से भी टफ है. इस पर चढते समय काफी कठिनाइयों का सामना करना पडता है. नरेंद्र ने बताया कि वे हिसार जिले के गांव मिंगनी खेड़ा के रहने वाले हैं उनके पिता श्री सुभाष चंद्र एक्साइज एंड टैक्सेशन डिपार्टमेंट से ईटीओ के पद से रिटायर अधिकारी है. माता बसंती देवी पिता सुभाष चंद्र से प्रेरित होकर उसने पर्वरोहि क्षेत्र में जाने का निर्णय लिया जिसकी बदौलत वह कामयाब हुआ है.

कई पर्वतों की कर चुके हैं चढ़ाई
इन चोटियों पर पहले फतेह कर चुके है. नरेंद्र कुमार माउंट किलिमंजारो अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी पर 5 दिन में दो बार चढ़ाई करके वर्ल्ड रिकॉर्ड बना चुके हैं. माउंट बीसी रॉय, माउंट फ्रेंडशिप, माउंट यू नाम चोटियां पर जा चुके हैं.  नरेंद्र कुमार ने अपना बेसिक माउंटेनियरिंग कोर्स अटल बिहारी इंस्टीट्यूट मरौली से किया और एडवांस  माउंटेनियरिंग कोर्स हिमालयन माउंटेन एंड इंस्टीट्यूट दार्जिलिंग से किया है.

(हिसार से प्रवीन कुमार की रिपोर्ट)