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नगालैंड में ड्रोन के जरिए 90 किलोमीटर का सफर तय कर पहुंचाई गई चिकित्सा सामग्री, बनाया रिकॉर्ड

नगालैंड के मोकोकचुंग से त्युएनसांग तक चिकित्सा सामग्री पहुंचाने के लिए एक ड्रोन ने 90 किलोमीटर की दूरी तय की. ड्रोन ने चिकित्सा सामग्री पहुंचाने के लिए करीब आधे घंटे का समय लिया और इसी टाइम में लगभग वापस आ गया. ड्रोन में 3,525 यूनिट मेडिकल सामग्री थी, जिसे मोकोकचुंग से त्युएनसांग तक पहुंचाने में ड्रोन को 28 मिनट का समय लगा.

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हाइलाइट्स
  • हेल्थ प्रैक्टिस के इतिहास में नया अध्याय

  • अब तक की सबसे लंबी उड़ान

नगालैंड के मोकोकचुंग से त्युएनसांग तक चिकित्सा सामग्री पहुंचाने के लिए एक ड्रोन ने 90 किलोमीटर की दूरी तय की. यह इंडियन मेडिकल काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR)ड्रोन रिस्पांस एंड आउटरीच इन नॉर्थ ईस्ट (i-Drone) द्वारा एक पायलट प्रोजेक्ट का हिस्सा था. आई-ड्रोन टीम के अनुसार, यह भारत में दवाओं को ले जाने वाले ड्रोन द्वारा अब तक की सबसे लंबी उड़ान थी.

ड्रोन ने चिकित्सा सामग्री पहुंचाने के लिए करीब आधे घंटे का समय लिया और इसी टाइम में लगभग वापस आ गया. ड्रोन में 3,525 यूनिट मेडिकल सामग्री थी, जिसे मोकोकचुंग से त्युएनसांग तक पहुंचाने में ड्रोन को 28 मिनट का समय लगा.

हेल्थ प्रैक्टिस के इतिहास में नया अध्याय
आई-ड्रोन टीम के त्युएनसांग ने कहा, "हमारी फाइनल और सबसे लंबी ड्रोन उड़ान 28 मिनट (वनवे) में चिकित्सा आपूर्ति देने के लिए मोकोकचुंग से त्युएनसांग तक गई." एक ट्वीट में, मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने कहा कि आईसीएमआर दिल्ली और राज्य सरकार ने सार्वजनिक हेल्थ प्रैक्टिस के इतिहास में एक नया अध्याय लिखा है. 

अब तक की सबसे लंबी उड़ान
रियो ने एक ट्वीट में कहा, “आईसीएमआर दिल्ली लंबे समय से नागालैंड सरकार के साथ सार्वजनिक हेल्थ प्रैक्टिस के इतिहास में एक नया अध्याय लिखता है. 3525 यूनिट चिकित्सा आपूर्ति मोकोकचुंग से त्युएनसांग तक 28mntsमें 40kms का सफर तय किया गया. भारत में दवाओं को ले जाने वाले ड्रोन द्वारा अब तक की यह सबसे लंबी उड़ान है. ”

आईआईटी कानपुर के सहयोग से ICMR द्वारा विकसित i-Drone दक्षिण एशिया में अपनी तरह का पहला ऐसा है जो इस क्षेत्र में उड़ने वाला कॉमर्शियल ड्रोन है. इसका उद्देश्य COVID-19 टीकों और आवश्यक चिकित्सा आपूर्ति की आपूर्ति करना है.